पटियाला, 17 अगस्त (भाषा) पंजाब के भाजपा नेताओं ने रविवार को भगवंत मान सरकार पर राज्य की बागडोर दिल्ली के आप नेताओं को सौंपने का आरोप लगाया और कहा कि ये लोग पार्टी के विस्तार के लिए धन जुटाने के वास्ते राज्य तथा इसके संसाधनों का ‘एटीएम’ की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली की जनता द्वारा ‘‘खारिज किए गए’’ अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जैसे आप नेताओं को पंजाब में ‘‘अतिथि’’ की तरह रखा जा रहा है, जहां वे मान सरकार के लिए फैसले ले रहे हैं।
इस वर्ष की शुरुआत में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) से सत्ता छीन ली थी।
भाजपा की पंजाब इकाई ने रविवार को किसान संगठनों और विपक्षी दलों के बढ़ते दबाव के चलते आप सरकार द्वारा भूमि समेकन नीति वापस लिए जाने के बाद धन्यवाद रैली आयोजित की।
राजपुरा में सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने दावा किया कि पंजाब के लोग अब अपने फैसले की कीमत चुका रहे हैं जिन्होंने 2022 में 92 आप विधायकों को चुना था।
जाखड़ ने 2027 के पंजाब चुनाव के बारे में सिसोदिया की हालिया “साम, दाम, दंड, भेद” टिप्पणी की भी आलोचना की और मुख्यमंत्री मान पर राज्य सरकार को प्रभावी रूप से दिल्ली के आप नेताओं को “आउटसोर्स” करने का आरोप लगाया।
भूमि समेकन नीति पर निशाना साधते हुए जाखड़ ने आप नेताओं केजरीवाल, सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर आरोप लगाया तथा उन्हें ‘‘दिल्ली के असफल नेता’’ कहा।
नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुए जाखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों के हितों से समझौता करने से इनकार करके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने मजबूती से खड़े हैं।
उन्होंने सभी पंजाबियों से मोदी के रुख का समर्थन करने की भी अपील की।
जाखड़ ने कांग्रेस नेताओं पर भी निशाना साधा और उन पर भूमि समेकन नीति पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया।
सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने भी भूमि समेकन नीति को लेकर मान सरकार की आलोचना की।
चुघ ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार भूमि समेकन नीति की आड़ में किसानों की जमीन लूटने की योजना लेकर आई थी।
उन्होंने दावा किया, ‘‘मान सरकार अपना आधार बढ़ाने के लिए पंजाब को आप की गुल्लक के रूप में इस्तेमाल कर रही है। आप पंजाब और उसके संसाधनों का एटीएम की तरह इस्तेमाल कर रही है।’’
उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल जैसे ‘‘खारिज किए गए’’ नेता पंजाब में ‘‘अतिथि’’ बन गए हैं, अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं और उन्हें निर्देश दे रहे हैं।
चुघ ने कानून व्यवस्था की स्थिति और राज्य की प्रत्येक महिला को 1,000 रुपये प्रति माह देने के चुनावी वादे को पूरा न करने के लिए भी मान सरकार पर निशाना साधा।
भाजपा की पंजाब इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने आप की आलोचना दोहराते हुए कहा कि लोग पार्टी से छुटकारा पाना चाहते हैं और भाजपा को एक व्यवहार्य विकल्प के रूप में देखना चाहते हैं।
शर्मा ने कहा, ‘‘मैं एक बदला हुआ पंजाब देख रहा हूं – जो प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन कर रहा है।’’
उन्होंने घोषणा की कि भाजपा पंजाब के सभी 117 विधानसभा क्षेत्रों में जनसमर्थन जुटाने के लिए रैलियां करेगी।
भूमि समेकन नीति को वापस लेने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने इसे पंजाब के लोगों की जीत बताया।
रैली के दौरान कांग्रेस नेता और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक रणबीर सिंह खटरा के बेटे सतबीर सिंह खटरा भाजपा में शामिल हो गए।
भाजपा की पंजाब महिला इकाई की अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की बेटी जय इंदर कौर ने सभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि भूमि समेकन नीति केवल दिल्ली में आप नेताओं को खुश करने और ‘‘बड़े बिल्डरों के लिए किसानों की जमीन हड़पने’’ के लिए शुरू की गई थी।
भाषा नेत्रपाल प्रशांत
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