नोएडा (उप्र), 18 अगस्त (भाषा) नोएडा के सेक्टर-115 स्थित सीवेज पंपिंग स्टेशन में गत शनिवार को सीवर टैंक में गिरने से दो श्रमिकों की मौत के मामले में दो आरोपी ठेकेदारों को गिरफ्तार किया गया है।
थाना सेक्टर-113 के प्रभारी निरीक्षक कृष्ण गोपाल शर्मा ने बताया कि जनपद अलीगढ़ के मऊआखेड़ा गांव निवासी बृजेश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई है कि शनिवार को उनके भाई खुशाल (24) और ताऊ का बेटा विकास (26) ठेकेदार अजीत और पुष्पेंद्र के कहने पर सेक्टर-115 में सीवर लाइन की सफाई के लिए गए थे।
उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद अमित नाम के व्यक्ति का फोन आया कि खुशाल और विकास की सीवर में डूबने से मौत हो गई है।
बृजेश का आरोप है कि ठेकेदारों ने दोनों को कोई सुरक्षा उपकरण नहीं दिया था। ठेकेदार की लापरवाही के कारण दोनों की मौत हुई है।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपी ठेकेदार पुष्पेंद्र कुमार और अजीत को रविवार रात गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि यह पंपिंग स्टेशन नोएडा प्राधिकरण का है और जल विभाग ने इसका काम ठेकेदार को सौंपा है।
वहीं, जल विभाग के महाप्रबंधक आरपी सिंह ने दावा किया कि सुरक्षा उपकरण व मानकों का पालन किया गया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि मृतकों के परिजन को छह-छह लाख रुपये का मुआवजा और अंतिम संस्कार के लिए 50-50 हजार रुपये दिए गए हैं। साथ ही एक मृतक की पत्नी को प्राधिकरण में संविदा पर नौकरी देने का भी आश्वासन दिया गया है।
खुशाल और विकास दोनों की शादी हो चुकी है। दोनों रोजी-रोटी की तलाश में यहां आए थे। बृजेश ने बताया कि खुशाल की दो बेटियां हैं। उसकी पत्नी सात महीने की गर्भवती भी है।
इस बीच, नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. लोकेश एम ने कहा कि यह स्पष्ट निर्देश हैं कि बगैर सुरक्षा उपकरण के श्रमिकों से काम न कराया जाए। ऐसे में यह हादसा चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच के निर्देश जारी किए गए हैं। जल विभाग के महाप्रबंधक से रिपोर्ट मांगी गई है।
भाषा सं. गोला
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