कोलकाता, 18 अगस्त (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 22 अगस्त को कोलकाता मेट्रो की तीन परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह से नदारद रह सकती हैं। इन परियोजनाओं का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करने वाले हैं।
राज्य सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने दावा किया कि ममता ने रेल मंत्री रहते हुए इन मेट्रो परियोजनाओं की योजना बनायी थी।
उन्होंने कहा कि मेट्रो परियोजनाओं के उद्घाटन में शामिल न होने का निर्णय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों में पश्चिम बंगाल के लोगों के कथित उत्पीड़न की पृष्ठभूमि में लिया गया है।
शीर्ष नौकरशाह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘कई राज्यों में भाजपा और केंद्र सरकार के कथित समर्थन से बंगालियों के साथ भाषाई भेदभाव और उत्पीड़न के आरोप हैं। बंगाली प्रवासियों के साथ हो रहे इस भेदभावपूर्ण व्यवहार के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे में, मुख्यमंत्री केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ मंच साझा नहीं करना चाहतीं।’’
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 14 अगस्त को लिखे एक पत्र में ममता को शुक्रवार को तीन मेट्रो परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ग्रीन लाइन के सियालदाह-एस्प्लेनेड खंड, ऑरेंज लाइन के हेमंत मुखोपाध्याय (रूबी चौराहा)-बेलेघाटा खंड और येलो लाइन के नोआपाड़ा-जय हिंद विमानबंदर (हवाई अड्डा) खंड का उद्घाटन करेंगे।
अधिकारी ने दावा किया, ‘‘इन रेल परियोजनाओं की योजना और वित्तपोषण मूल रूप से ममता बनर्जी ने रेल मंत्री रहते हुए किया था। वर्षों की धीमी प्रगति के बाद, भाजपा अब चुनाव से पहले इनका उद्घाटन कर श्रेय लेने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री को केवल पत्र के माध्यम से एक सामान्य निमंत्रण दिया गया है।’’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने संवैधानिक प्रोटोकॉल का सम्मान करते हुए अतीत में केंद्र सरकार के कार्यक्रमों में भाग लिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन इन कार्यक्रमों के दौरान भाजपा समर्थकों ने अराजकता फैलाई और अपमानजनक व्यवहार किया, जिससे सरकारी समारोह राजनीतिक मंचों में बदल गए। इसे ध्यान में रखते हुए, इस तरह के अस्वीकार्य आचरण का कोई मौका नहीं दिया जाएगा।’’
भाषा गोला शोभना
शोभना