राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले के रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान में एक बड़ा हादसा टल गया। देश-विदेश से आने वाले पर्यटक यहां बाघों और वन्यजीवों को नजदीक से देखने आते हैं, लेकिन हाल ही में एक चौंकाने वाली लापरवाही हुई है। शनिवार शाम जंगल में सफारी के दौरान 20 से अधिक पर्यटकों को लेकर गया एक कैंटर बीच रास्ते में खराब हो गया।
इस दौरान ऐसा मंजर देखने को मिला जिसने सभी को हैरान कर दिया। पर्यटकों के साथ मौजूद गाइड भी उन्हें जंगल में छोड़कर फरार हो गया। करीब आधे घंटे तक पर्यटक अंधेरे और जंगल में अकेले रहे, जिससे उनकी जान जोखिम में पड़ गई। इस दौरान गाइड और पर्यटकों के बीच तीखी नोकझोंक भी हो गई।
रणथम्भोर नेशनल पार्क के उपवन संरक्षक प्रमोद धाकड़ ने बताया कि हाल ही में हुई घटना की प्रारंभिक जांच में गाइड और ड्राइवरों की गंभीर लापरवाही सामने आई है। गाइड मुकेश कुमार बैरवा और तीन कैंटर चालक कन्हैया, शहजाद चौधरी और लियाकत अली पर कार्रवाई की गई है। सभी को उद्यान में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह बैन तब तक जारी रहेगा, जब तक पूरी जांच पूरी नहीं हो जाती।
सुरक्षा चूक पर सख्त कार्रवाई
अधिकारियों का कहना है कि पर्यटकों की सुरक्षा और पार्क के नियमों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।उन्होंने आगे बताया कि इस मामले गाइड का कहना है कि वह नया कैंटर लाने के लिए मुख्यद्वार की तरफ गया था। इस दौरान जब वह पर्यटकों को अकेला छोड़ कर गया तो दोनों के बीच नोकझोंक हो गई। वहीं जब पर्यटकों की ओर शिकायत की गई तो गाइड के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। इस मामले की जांच सहायक वन संरक्षक अश्विनी प्रताप को दी गई है।
हर साल हजारों पर्यटक खिंचे चले आते हैं यहां
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व देश-विदेश से आने वाले सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। हर साल हजारों लोग यहां बाघों की झलक देखने के लिए आते हैं। ऐसे में पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल उठना वन्यजीव पर्यटन की छवि के लिए भी खतरे की घंटी है।
1. रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान में क्या घटना हुई?
सफारी के दौरान 20 से अधिक पर्यटकों को लेकर गया एक कैंटर जंगल के बीच रास्ते में खराब हो गया। इसी दौरान गाइड उन्हें जंगल में छोड़कर चला गया और पर्यटक करीब आधे घंटे तक अंधेरे व जंगल में अकेले रहे।
2. इस मामले में किसकी लापरवाही सामने आई?
प्रारंभिक जांच में गाइड और कैंटर चालकों की लापरवाही सामने आई है।
3. जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई हुई है?
गाइड मुकेश कुमार बैरवा और तीन कैंटर चालक कन्हैया, शहजाद चौधरी और लियाकत अली पर प्रतिबंध लगाया गया है। उन्हें उद्यान में प्रवेश करने से रोक दिया गया है।
4. जांच किसे सौंपी गई है?
इस पूरे मामले की जांच सहायक वन संरक्षक अश्विनी प्रताप को सौंपी गई है।
5. यह घटना क्यों गंभीर मानी जा रही है?
रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। जंगल में बाघ और अन्य खतरनाक वन्यजीव रहते हैं। ऐसे में पर्यटकों को अंधेरे और जंगल में अकेला छोड़ देना उनकी जान को खतरे में डाल सकता था।

