नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) देश में दूरसंचार कंपनियों का परिचालन लाभ चालू वित्त वर्ष 2025-26 में 12-14 प्रतिशत बढ़कर करीब 1.55 लाख करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। क्रिसिल रेटिंग्स ने सोमवार को यह बात कही।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि दूरसंचार उद्योग को उच्च परिचालन लाभ से फायदा मिल सकता है। विश्लेषण से पता चलता है कि प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) में प्रत्येक एक रुपये की वृद्धि से उद्योग के परिचालन लाभ में 850-950 करोड़ रुपये की वृद्धि होती है।
क्रिसिल रेटिंग्स ने बयान में कहा, ‘‘ भारत की दूरसंचार कंपनियों का परिचालन लाभ चालू वित्त वर्ष में 12-14 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के साथ करीब 1.55 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा, जो डेटा खपत में वृद्धि और प्रति एआरपीयू में वृद्धि के दम पर होगा।’’
इसमें कहा गया है कि करीब 93 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी वाली तीन दूरसंचार कंपनियों के विश्लेषण से भी यही संकेत मिलता है।
क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक आनंद कुलकर्णी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में एआरपीयू गत वित्त वर्ष (2024-25) के 205 रुपये से बढ़कर 220-225 रुपये हो जाने की उम्मीद है, जिसका मुख्य कारण डेटा खपत में वृद्धि है।
कुलकर्णी ने कहा, ‘‘ 5जी नेटवर्क की की पहुंच मार्च, 2025 के करीब 35 प्रतिशत से बढ़कर मार्च, 2026 तक 45-47 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है। सोशल मीडिया, वीडियो स्ट्रीमिंग, गेमिंग, जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल मार्केटिंग जैसे अनुप्रयोग डेटा खपत को बढ़ावा दे रहे हैं।’’
वित्त वर्ष 2025-26 में डेटा उपयोग बढ़कर 31-32 जीबी हो जाने की उम्मीद है, जो गत वित्त वर्ष में करीब 27 जीबी था।
क्रिसिल रेटिंग्स के एसोसिएट निदेशक नितिन बंसल ने कहा कि पिछले दो वित्त वर्ष में पूंजीगत व्यय औसतन 31 प्रतिशत रहा जो चालू वित्त वर्ष में घटकर 24-26 प्रतिशत रह जाने की उम्मीद है क्योंकि प्रमुख दूरसंचार कंपनियों ने 5जी नेटवर्क को काफी हद तक बहाल कर दिया है।’’
क्रिसिल रेटिंग्स के आकलन में चालू वित्त वर्ष में शुल्क में किसी भी वृद्धि को शामिल नहीं किया गया है।
बयान के अनुसार, किसी भी शुल्क वृद्धि से एआरपीयू में वृद्धि होगी जिसके चलते चालू और अगले वित्त वर्ष 2026-27 में मुक्त नकदी प्रवाह में और सुधार होगा।
भाषा निहारिका अजय
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