बैंकॉक, 18 अगस्त (एपी) म्यांमा की सेना द्वारा नियुक्त निर्वाचन आयोग ने सोमवार को घोषणा की कि देश में चुनाव 28 दिसंबर से शुरू होंगे।
हालांकि, आलोचकों ने चुनाव की तारीख तय करने की निंदा की है और इसे महज एक दिखावा बताया है। आलोचकों का कहना है कि इसका एकमात्र उद्देश्य 2021 में सेना द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के उसके अभियान को मान्यता देना है, जबकि देश के अधिकतर हिस्सों में सशस्त्र संघर्ष अब भी जारी है।
म्यांमा के केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने पत्रकारों को भेजे गए एक बयान में कहा कि चुनाव कई दिनों में चरणबद्ध तरीके से होंगे और इसकी पूरा कार्यक्रम जल्द जारी किया जाएगा।
आयोग की ओर से एक अन्य बयान शनिवार को सरकारी ‘म्यांमा अलिन’ अखबार में प्रकाशित हुआ। बयान में कहा गया है कि देश में सभी 330 शहरों को चुनाव के लिए निर्वाचन क्षेत्र के रूप में नामित किया गया है।
आयोग की वेबसाइट पर जारी सूची के अनुसार, चुनाव के लिए सेना समर्थित ‘यूनियन सॉलिडरिटी एंड डेवलपमेंट पार्टी’ समेत करीब 60 दलों ने पंजीकरण कराया है।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि सैन्य सरकार के नियंत्रण से बाहर वाले क्षेत्रों में मतदान कैसे होगा, जो लोकतंत्र समर्थक सैन्य सरकार के विरोधियों या जातीय समूह के अल्पसंख्यक विद्रोहियों के कब्जे में हैं। देश का अधिकतर हिस्सा गृहयुद्ध से त्रस्त है।
एपी सुरभि दिलीप
दिलीप