(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, 18 अगस्त (भाषा) नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता की हानि और वायु प्रदूषण के संकट से निपटने के लिए सोमवार को क्षेत्रीय सहयोग का आह्वान किया।
यहां दो दिवसीय हिंदू कुश हिमालय सांसदों की बैठक का उद्घाटन करते हुए पौडेल ने कहा, ‘यह सम्मेलन वर्तमान के लिए एक रूपरेखा और भविष्य के लिए प्रतिबद्धता की शुरुआत है।’
उच्च स्तरीय क्षेत्रीय सम्मेलन में हिंदू कुश हिमालय (एचकेएच) क्षेत्र के सांसदों, नीति निर्माताओं, पर्यावरण वैज्ञानिकों, जलवायु विशेषज्ञों और मीडिया सहित लगभग 200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस सम्मेलन का मकसद जलवायु, पर्यावरण और विकास संबंधी तात्कालिक मुद्दों पर सहयोग को बढ़ावा देना है।
हिंदू कुश हिमालय अफगानिस्तान से म्यांमा तक 3,500 किलोमीटर तक फैला है।
पौडेल ने कहा, ‘सांसदों के समर्थन, सहयोग और दूरदर्शिता के साथ, (एचकेएच क्षेत्र में) जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता की हानि और वायु प्रदूषण जैसी साझा समस्याओं का समाधान संभव हो सकेगा।’
यह कार्यक्रम नेपाल की संसद की कृषि, सहकारिता और प्राकृतिक संसाधन समिति द्वारा अंतरराष्ट्रीय एकीकृत पर्वतीय विकास केंद्र (आईसीआईएमओडी) के सहयोग से आयोजित किया गया है।
आईसीआईएमओडी महानिदेशक पेमा ग्यांत्सो ने कहा कि आपदाएं, वायु प्रदूषण और जैव विविधता की हानि जैसी समस्याएं सिर्फ एक देश तक सीमित नहीं हैं, ये सीमाओं तक सीमित नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र अब कई तरह की प्राकृतिक आपदाओं का केंद्र बनता जा रहा है, जहां भौगोलिक, जल संबंधी और जलवायु से जुड़े जोखिमों के कारण संवेदनशीलताएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।
आयोजन समिति की अध्यक्ष कुसुम देवी थापा ने क्षेत्र के पर्यावरणीय संकट से निपटने के लिए विधायी, कार्यकारी और न्यायपालिका के बीच सहयोग की जरूरत पर बल दिया जिसमें मीडिया, विकास साझेदारों और वैज्ञानिक समुदाय का समर्थन हो।
भाषा नोमान प्रशांत
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