कोच्चि, 18 अगस्त (भाषा) केरल के स्थानीय स्वशासन विभाग (एलएसजीडी) मंत्री एम. बी. राजेश ने सोमवार को 104 वर्षीय एम. ए. अब्दुल मौलवी से मुलाकात की जिन्होंने हाल में सरकार के एक कार्यक्रम के माध्यम से डिजिटल साक्षरता हासिल की है। मंत्री ने कहा कि मौलवी ‘‘केरल की असल कहानी के नायक’’ हैं।
उन्होंने कहा कि मौलवी एर्नाकुलम जिले के असमन्नूर पंचायत के निवासी हैं और उन्होंने यह साबित किया है कि सीखने के लिए उम्र कोई बाधा नहीं होती है।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मौलवी केरल का गौरव हैं। वह केरल की असल कहानी के नायक’’ हैं।
उन्होंने कहा कि केरल देश का पहला डिजिटल रूप से साक्षर राज्य बन रहा है। मंत्री ने कहा कि मौलवी इस बदलाव के इतिहास में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इतनी अधिक उम्र में डिजिटल साक्षरता हासिल करना उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है।
राजेश ने मौलवी की इस दुर्लभ उपलब्धि की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘उम्र किसी भी चीज के लिए बाधा नहीं है।’’
सौ साल से अधिक उम्र के मौलवी केरल के उन लगभग 22 लाख लोगों में से एक हैं जो राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए अग्रणी ‘‘डिजी केरलम’’ कार्यक्रम के माध्यम से केरल में डिजिटल रूप से साक्षर हुए हैं, जिसने अंततः दक्षिणी राज्य में एक डिजिटल क्रांति का मार्ग प्रशस्त किया।
मौलवी के बेटे फैजल ने हाल में कहा कि उनके पिता इस पहल के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बिना किसी की मदद के अपनी पसंदीदा सोशल मीडिया रील देखते हैं और यूट्यूब पर महत्वपूर्ण समाचार देखते हैं।
इस वृहद पहल के माध्यम से बुनियादी डिजिटल कौशल हासिल करने वाले कुल शिक्षार्थियों में से 99.98 प्रतिशत के उत्तीर्ण होने के साथ केरल अब देश का ‘‘पहला डिजिटल साक्षर राज्य’’ घोषित होने के लिए पूरी तरह तैयार है।
अधिकारियों के अनुसार, 1991 में चलाए गए संपूर्ण साक्षरता अभियान की तर्ज पर राज्य में पूर्ण डिजिटल साक्षरता प्राप्त करने के अभियान के तहत एलएसजीडी ने 22 सितंबर, 2022 को ‘डिजी केरलम’ कार्यक्रम शुरू किया था।
इस अभियान के तहत, एक सर्वेक्षण के माध्यम से समाज में डिजिटल रूप से निरक्षर लोगों की पहचान की गई और उन्हें स्मार्टफोन चालू और बंद करने से लेकर विभिन्न डिजिटल उपकरणों का उपयोग करने और सरकारी सेवाओं का ऑनलाइन उपयोग करने का प्रशिक्षण दिया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन 21 अगस्त को यहां ‘सेंट्रल स्टेडियम’ में आयोजित एक समारोह में राज्य को आधिकारिक रूप से पूर्ण डिजिटल साक्षर राज्य घोषित करेंगे।
भाषा सुरभि प्रशांत
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