नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) सरकार ने सोमवार को संसद में कहा कि संस्कृति मंत्रालय के तहत राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन (आरआरआरएलएफ) के माध्यम से हाल ही में देश भर के सार्वजनिक पुस्तकालयों का राष्ट्रीय स्तर का एक व्यापक डेटाबेस तैयार करने और उसे बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि संस्कृति मंत्रालय, एक स्वायत्त संगठन, आरआरआरएलएफ, कोलकाता के माध्यम से देश भर में सार्वजनिक पुस्तकालयों के विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
शेखावत ने कहा कि सरकार ने हाल ही में आरआरआरएलएफ के माध्यम से देश भर के सार्वजनिक पुस्तकालयों का एक व्यापक एवं राष्ट्रीय स्तर का डेटाबेस तैयार करने तथा उसे बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है।
एक अन्य प्रश्न में, केंद्रीय मंत्री से भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण के बारे में पूछा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘अगले 10 वर्षों में भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण अपने अनुसंधान को राष्ट्रीय नीतियों और कार्यक्रमों के साथ संरेखित करने की परिकल्पना करता है, ताकि विकसित भारत के दृष्टिकोण में योगदान दिया जा सके।’’
शेखावत ने बताया कि इस दृष्टिकोण में व्यापक सामाजिक प्रभाव और आवश्यकताओं के आकलन के माध्यम से हाशिए पर मौजूद समुदायों के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना, सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का समाधान करना और भारत की समृद्ध मूर्त व अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना शामिल है।
एक अन्य प्रश्न में, केंद्रीय मंत्री से एक जनवरी 2020 से प्राप्त शिकायतों की सूची के साथ-साथ गोवा में राज्य और केंद्र द्वारा संरक्षित स्मारकों — ओल्ड गोवा, हरवलम, अगुआडा — के संरक्षित एवं विनियमित क्षेत्रों में अवैध निर्माण या अतिक्रमण के बारे में विवरण मांगा गया था।
अपने जवाब में, शेखावत ने सारणीबद्ध आंकड़े प्रस्तुत किए, जिनके अनुसार केंद्र द्वारा संरक्षित स्मारकों से संबंधित पांच में से चार घटनाएं ओल्ड गोवा स्थित बेसिलिका ऑफ बोम जीसस से संबंधित थीं। यह तटीय राज्य का एक प्रतिष्ठित धरोहर स्थल है।
मंत्री ने जवाब में बताया कि बेसिलिका ऑफ बोम जीसस के विनियमित क्षेत्र में किये गए एक अवैध निर्माण के संबंध में, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने 22 मार्च 2022 को एक नोटिस जारी किया और स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
इसके बाद, 24 अप्रैल 2025 को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। बेसिलिका ऑफ बोम जीसस से संबंधित पहली घटना के संबंध में साझा किये गए विवरण में कहा गया है, ‘‘नोटिस और कारण बताओ/हटाने के नोटिस, दोनों की प्रतियां इसे हटाने के लिए जिला प्रशासन को भेज दी गई हैं।’’
विवरण में एक शिकायत ओल्ड गोवा स्थित ‘से कैथेड्रल’ से संबंधित थी।
मंत्री ने इस बारे में लिखित उत्तर में बताया कि कैथेड्रल के निषिद्ध क्षेत्र में अवैध निर्माण के संबंध में दिनांक 28 नवंबर 2023 को एक नोटिस जारी किया और पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई। इसके बाद, एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
भाषा सुभाष वैभव
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