29.2 C
Jaipur
Tuesday, September 2, 2025

वोट चोरी को लेकर चुनाव आयोग पर राहुल गांधी ने फिर उठाए सवाल, कहा- वोट चोरी का नया हथियार है SIR

Newsवोट चोरी को लेकर चुनाव आयोग पर राहुल गांधी ने फिर उठाए सवाल, कहा- वोट चोरी का नया हथियार है SIR

कांग्रेस नेता राहुल गांधी का चुनाव आयोग पर हमले का सिलसिला जारी है।  उन्होंने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) ‘वोट चोरी का नया हथियार’ है। लोकतंत्र में सबकी भागीदारी को किसी हाल में खत्म नहीं होने दिया जाएगा। राहुल ने दूसरे दिन की यात्रा औरंगाबाद के कुटुंबा से शुरू की और रफीगंज होते हुए गयाजी जिले पहुंचे। गयाजी शहर में एक सभा के साथ आज देर शाम दूसरे दिन की यात्रा का समापन होगा।

कुटुंबा बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश कुमार का विधानसभा क्षेत्र है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के साथ इस यात्रा में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी और महागठबंधन के कई अन्य नेता शामिल हैं।

यात्रा के दौरान गांधी और तेजस्वी यादव ने औरंगाबाद स्थित मशहूर देव सूर्य मंदिर के दर्शन किए। गांधी और तेजस्वी यादव से मिलने के लिए जगह-जगह लोग सड़क किनारे कतारबद्ध खड़े थे। राहुल गांधी ने ऐसे कई लोगों से मुलाकात की एक तस्वीर अपने व्हाट्सएप चैनल पर साझा की जिनके नाम एसआईआर के दौरान मतदाता सूची से कथित तौर पर काट दिए गए, जबकि उन्होंने लोकसभा चुनाव में वोट डाला था।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘एसआईसीआर वोट चोरी का एक नया हथियार है। इत्तेफाक से इस तस्वीर में मेरे साथ खड़े लोग इस चोरी के ‘जीते-जागते’ सबूत हैं।’’ उन्होंने कहा कि इन सभी लोगों ने 2024 के लोकसभा चुनाव में वोट डाला था, मगर बिहार विधानसभा चुनाव आते-आते भारत के लोकतंत्र से इनकी पहचान, इनका वजूद मिटा दिया गया।

See also  बिहार चुनाव से पहले तेजस्वी बड़ा ऐलान, महिलाओं के लिए को लेकर हुई ये घोषणा

कांग्रेस नेता ने 70 वर्षीय किसान एवं सेवानिवृत फौजी राज मोहन सिंह, 35 वर्षीय दलित महिला उमरावती देवी, पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाले 30 वर्षीय धनजेय कुमार बिंद, पूर्व मनरेगा मजदूर 45 वर्षीय सीता देवी (45) और पूर्व मनरेगा मजदूर राजू देवी (55) एवं मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 52 वर्षीय मजदूर मोहमुद्दीन अंसारी से मुलाकात की। उनके मुताबिक, इनके नाम मतदाता सूची में नहीं हैं, जबकि लोकसभा चुनाव में इन्होंने मतदान किया था।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और निर्वाचन आयोग की मिलीभगत इन्हें बहुजन और गरीब होने की सज़ा दे रही है। उन्होंने कहा, ‘हमारे जवानों तक को नहीं छोड़ा – न वोट रहेगा, न पहचान रहेगी, और न ही अधिकार।’ राहुल गांधी ने कहा कि सामाजिक भेदभाव और आर्थिक परिस्थितियों के कारण ये सब ‘सिस्टम’ के षड़यंत्र के विरुद्ध लड़ पाने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा, ‘उनके साथ हम यहां खड़े हैं ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के सबसे मूल अधिकार की रक्षा करने के लिए।’

उन्होंने ने कहा कि, ‘यह हक़ का, हिस्सेदारी का, लोकतंत्र में सबकी भागीदारी का सवाल है। इसे हम किसी भी हालत में खत्म नहीं होने देंगे।’ बाद में उन्होंने औरंगाबाद में कुछ ऐसे लोगों से मुलाकात का एक वीडियो जारी किया जिनके नाम मतदाता सूची से काट दिए गए हैं।

उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘जिन लोगों ने पिछले 4-5 चुनावों में वोट किया, बिहार में उनका भी वोट चोरी कर लिया गया। और जब कारण पूछा, तो एक ही जवाब मिला- ऊपर से आदेश आया है।’ राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया, ‘यह गरीबों के अधिकार की लड़ाई है- हम रुकेंगे नहीं। वोट चोरी रोक कर रहेंगे।’

See also  लोकसभा में एसआईआर के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा, कार्यवाही बाधित

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles