29.6 C
Jaipur
Sunday, November 2, 2025

SI Recruitment 2021: लोकेश शर्मा का हमला, बोले- ‘पूर्व CM की नाक के नीचे हुआ खेल, अब बड़े मगरमच्छ…

OP-EDSI Recruitment 2021: लोकेश शर्मा का हमला, बोले- 'पूर्व CM की नाक के नीचे हुआ खेल, अब बड़े मगरमच्छ...

Rajasthan SI Recruitment 2021 Cancelled: राजस्थान हाईकोर्ट ने सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने का बड़ा फैसला सुनाया है। पेपर लीक प्रकरण में यह कदम उठाया गया, जिससे प्रदेश की राजनीति में फिर से हलचल मच गई है। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने एक तीखा ट्वीट कर माहौल और गरमा दिया। शर्मा ने भर्ती घोटाले को लेकर न सिर्फ पिछली कांग्रेस सरकार बल्कि मौजूदा भाजपा सरकार पर भी सवाल उठाए।

उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि, ‘SI भर्ती 2021 में पूर्व मुख्यमंत्री की जानकारी में उनकी नाक के नीचे सारा खेल हुआ। युवाओं के सपने चकनाचूर हुए। मिलीभगत कर बेईमान लोग मेहनती और ईमानदार युवाओं का हक डकार गए।’ उन्होंने आगे कहा कि उस समय के सभी पेपर लीक की अगर सही तरीके से जांच हो जाए तो पूरा ‘नेक्सस’ सामने आ जाएगा। उन्होंने वर्तमान बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पेपरलीक की जांच के नाम पर खानापूर्ति चलती रही लेकिन कड़ा फैसला नहीं हो पाया।

 

उन्होंने आगे लिखा कि एसआई भर्ती लीक में RPSC के मेंबर शामिल थे जो गिरफ्तार हुए उसके बावजूद युवाओं का भविष्य बर्बाद करने वालों पर कोई एक्शन नहीं हुआ, लेकिन आज माननीय कोर्ट का निर्णय एक बड़ा सन्देश है। उम्मीद करता हूँ हर भर्ती में न्याय होगा और बड़े मगरमच्छ भी अंजाम तक पहुंचेंगे।

चेयरमैन के घर पहुंचा था आरोपी बाबूलाल कटारा

जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ ने साफ कहा कि पेपर लीक प्रकरण में RPSC के 6 सदस्यों की बड़ी संलिप्तता सामने आई है। वकील हरेंद्र नील ने बताया कि कोर्ट ने अपने आदेश में यहां तक जिक्र किया कि तत्कालीन RPSC चेयरमैन के घर पर आरोपी बाबूलाल कटारा पहुंचे थे, जो कुछ अभ्यर्थियों को फायदा पहुंचाने की मंशा से वहां गए थे। कोर्ट ने माना कि जब पेपर पूरे प्रदेश में फैल गया था, तो पूरी भर्ती प्रक्रिया को रद्द करना सही कदम है। यह फैसला उन आरोपों के समान है, जो कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने लगाए थे।

Q1. राजस्थान हाईकोर्ट ने SI भर्ती 2021 को क्यों रद्द किया?
हाईकोर्ट ने पाया कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह प्रभावित हुई थी, क्योंकि पेपर लीक पूरे प्रदेश में फैला था। कोर्ट ने माना कि जब परीक्षा की निष्पक्षता खत्म हो चुकी थी, तो पूरी भर्ती रद्द करना ही न्यायसंगत कदम है।

Q2. पेपर लीक में RPSC की क्या भूमिका बताई गई?
कोर्ट ने आदेश में कहा कि RPSC के 6 सदस्यों की इसमें संलिप्तता थी। यहां तक कि आरोपी बाबूलाल कटारा तत्कालीन RPSC चेयरमैन के घर पर अभ्यर्थियों को फायदा पहुंचाने के लिए गए थे।

Q3. लोकेश शर्मा ने सरकारों पर क्या आरोप लगाए?
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने कहा कि यह घोटाला पिछली कांग्रेस और मौजूदा बीजेपी सरकार की नाक के नीचे हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों सरकारें मिलीभगत से पेपर लीक पर पर्दा डालती रहीं और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया गया।

Q4. इस फैसले से अभ्यर्थियों पर क्या असर पड़ेगा?
जिन अभ्यर्थियों का चयन हो चुका था, वे निराश हुए हैं। वहीं, कई अभ्यर्थी राहत महसूस कर रहे हैं क्योंकि अब नए सिरे से भर्ती की संभावना बन गई है, जिससे ईमानदार उम्मीदवारों को न्याय मिल सकता है।

Q5. आगे क्या हो सकता है?
हाईकोर्ट का फैसला अब सरकार और RPSC के लिए बड़ी चुनौती है। उम्मीद है कि नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। साथ ही, पेपर लीक घोटाले में शामिल बड़े नामों पर भी सख्त कार्रवाई की मांग तेज होगी।

यह भी पढ़ें: राजस्थान हाईकोर्ट ने एसआई भर्ती 2021 को किया रद्द, लाखों युवाओं को मिली राहत

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles