नई दिल्ली। केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) के लिए नए जेईई अपेक्स बोर्ड (JAB) का गठन कर दिया है। यह बोर्ड वर्ष 2026 और 2027 में होने वाली जेईई मेन और जेईई एडवांस्ड प्रवेश परीक्षाओं के आयोजन की जिम्मेदारी संभालेगा।
गौरतलब है कि वर्ष 2023 में गठित पिछला बोर्ड वर्ष 2024 और 2025 की परीक्षाओं का सफल आयोजन कर अपना कार्यकाल पूरा कर चुका है। नए बोर्ड के गठन के साथ ही आने वाले वर्षों की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारियां तेज हो गई हैं।एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि इस बार जेईई-अपेक्स बोर्ड में राजस्थान सरकार को भी प्रतिनिधित्व दिया गया है।
जेईई-मेन नियम और नीति अब बोर्ड जिम्मे
उन्होंने कहा कि जेईई-मेन परीक्षा के आयोजन से जुड़े सभी नियम और नीति निर्धारण का संपूर्ण दायित्व अब इस बोर्ड के पास रहेगा। बोर्ड परीक्षा प्रणाली को और पारदर्शी व सुगम बनाने के लिए काम करेगा। इस कदम से परीक्षा से जुड़े फैसलों में राज्यों की भागीदारी और सुझाव को भी महत्व मिलेगा।
IIT मद्रास, IIT कानपुर, IIT रुड़की बोर्ड में शामिल
CBSE और NTA प्रमुख भी बोर्ड का हिस्सा
1. जेईई-अपेक्स बोर्ड (JAB) क्या है?
जेईई-अपेक्स बोर्ड (JEE Apex Board) केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा गठित एक उच्चस्तरीय समिति है, जो संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE Main और JEE Advanced) के आयोजन, परीक्षा पैटर्न, नीतियों और नियमों से संबंधित फैसले लेती है।
2. नए जेईई-अपेक्स बोर्ड की जिम्मेदारी क्या है?
यह बोर्ड वर्ष 2026 और 2027 में होने वाली जेईई मेन और एडवांस्ड परीक्षाओं का आयोजन करेगा और परीक्षा प्रणाली को अधिक पारदर्शी व सुगम बनाने के लिए नीतियां तय करेगा।
3. इस बार जेईई-अपेक्स बोर्ड में क्या नया है?
पहली बार इस बोर्ड में राजस्थान सरकार को प्रतिनिधित्व दिया गया है, जिससे राज्यों की भागीदारी और सुझावों को अधिक महत्व मिलेगा।
4. बोर्ड में किन संस्थानों और राज्यों को शामिल किया गया है?
बोर्ड में IIT मद्रास, IIT कानपुर, IIT रुड़की, NIT राउरकेला, IIEST शिबपुर, IIIT हैदराबाद, IIIT ऊना, IIIT कांचीपुरम, VIT, CBSE, NIC, C-DAC, शिक्षा मंत्रालय और राज्य सरकार आंध्र प्रदेश, राजस्थान, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि शामिल हैं।
5. इस बोर्ड के गठन का छात्रों को क्या फायदा होगा?
नए बोर्ड से परीक्षा प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी, राज्यों के सुझावों को महत्व मिलेगा और छात्रों के लिए परीक्षा प्रणाली को और आसान और भरोसेमंद बनाया जाएगा।


