SI RECRUITMENT: राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती-2021 की चयन प्रक्रिया रद्द होने के बाद सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। पायलट ने कहा कि यह बात सच है कि भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार हुआ है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “सरकार की अगर इच्छा शक्ति हो तो पेपर लीक नहीं होगा। जो लोग लीक करते हैं या करवाते हैं, चाहे वे नेता हों या अधिकारी, वे युवाओं के साथ बड़ा अन्याय कर रहे हैं, जो किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता।”
उन्होंने कहा कि सरकार को इस पूरे मामले में कन्फ्यूजन दूर करना चाहिए। कोर्ट ने क्या कहा और सरकार क्या बोल रही है, यह जनता को पता ही नहीं है। पौने दो साल से सरकार कन्फ्यूज है। मंत्री कुछ और बयान दे रहे हैं, हलफनामा कुछ और दिया गया, और फैसला कुछ और आया है। पायलट ने कहा कि इस पूरे कन्फ्यूजन की जिम्मेदार पूरी तरह सरकार है।
दिया कुमारी के बयान पर पायलट का पलटवार
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के सड़कों संबंधी बयान पर कांग्रेस नेता पायलट ने बीजेपी पर करारा हमला बोला। पायलट ने कहा कि बीजेपी के नेता कब तक कांग्रेस, नेहरू जी और राजीव गांधी को कोसते रहेंगे? उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार को केंद्र में 11 साल और राजस्थान में लगभग 2 साल होने को आ गए हैं। अब उन्हें अपने काम का हिसाब देना चाहिए।
पंचायती राज और नगर निकाय चुनाव पर सरकार को घेरा
पायलट ने कहा, “जिन उम्मीदों के साथ पौने दो साल पहले सरकार का गठन हुआ था, वो धराशायी हो गई हैं। जनता परेशान है, खासकर नौजवान और किसान।” पंचायती राज और नगर निकाय चुनावों पर भी पायलट ने सरकार को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार “डर के मारे” चुनाव नहीं करवा रही है।
बिहार में लाखों नाम लिस्ट से गायब
वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और चुनाव आयोग के रवैये पर भी सवाल उठाए। पायलट ने कहा कि बिहार में लाखों लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं। उन्होंने ने कहा, “निर्वाचन आयोग का रवैया पारदर्शी नहीं है। हम सवाल चुनाव आयोग से पूछते हैं, लेकिन जवाब बीजेपी के प्रवक्ता देते हैं। यह स्वीकार्य नहीं है।”
राहुल गांधी की रैली को मिला जोरदार समर्थन
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बिहार में हुई रैली को अपार जन समर्थन मिला है, जिससे साफ है कि लोग बदलाव चाहते हैं। पायलट ने मांग की कि सभी पार्टियों को पूरी वोटर लिस्ट उपलब्ध कराई जाए ताकि वह उसे मिलाकर जांच कर सकें।पायलट ने यह भी कहा कि “चाहे SIR का मुद्दा हो या वोटर लिस्ट की गड़बड़ी, विपक्ष को बराबर का मौका मिलना चाहिए। अगर चुनाव आयोग पारदर्शी तरीके से काम नहीं करेगा तो लोकतंत्र पर लोगों का भरोसा कम होगा।”
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