Rajasthan News: अजमेर। शहर के आनासागर झील के पास स्थित सेवन वंडर पार्क को हटाने की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गई है। नगर निगम की टीमों और जेसीबी मशीनों ने विश्वप्रसिद्ध स्मारकों की प्रतिकृतियों को तोड़ना शुरू कर दिया। यह पार्क 2023 में अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया था और इसके निर्माण पर 11.64 करोड़ रुपये की लागत आई थी। हालांकि, पार्क पर अवैध निर्माण का आरोप लगा।
सुप्रीम कोर्ट ने छह महीने पहले यह पार्क वेटलैंड नियमों का उल्लंघन कर बनाया गया करार देते हुए इसे हटाने का आदेश दिया था। कोर्ट ने पार्क को हटाने के लिए 17 सितंबर तक की समयसीमा निर्धारित की थी। प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवधान रोकने के लिए क्षेत्र में सुरक्षा बल तैनात किए हैं और नागरिकों को पार्क क्षेत्र में जाने से रोका गया है।
वेटलैंड क्षेत्र में अवैध निर्माण का आरोप
आनासागर झील के वेटलैंड क्षेत्र में बने सेवन वंडर पार्क पर वेटलैंड नियमों और मास्टर प्लान की अवहेलना का आरोप लगाया गया था। स्थानीय निवासी अशोक मलिक ने 2023 में एनजीटी की भोपाल बेंच में याचिका दायर कर इस निर्माण को चुनौती दी थी। याचिका में कहा गया कि सेवन वंडर्स पार्क के साथ-साथ पटेल स्टेडियम, गांधी स्मृति उद्यान और झील के किनारे बने फूड कोर्ट से पर्यावरण को गंभीर नुकसान हो रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने सेवन वंडर पार्क को हटाने का आदेश
इस याचिका के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पार्क को हटाने का आदेश दिया और 17 सितंबर तक हटाने की डेडलाइन तय की। प्रशासन ने इस दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है। नजीटी ने अगस्त 2023 में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बने सभी निर्माणों को हटाने का आदेश दिया था। इसके खिलाफ राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों ने कोर्ट में तर्क दिया कि यह पार्क शहर की सुंदरता बढ़ाने के लिए बनाया गया है और इसके निर्माण में उच्च गुणवत्ता का ध्यान रखा गया।
निर्माण चाहे कितना भी सुंदर हो तोड़ा जाएगा
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस दलील को खारिज कर दिया। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि निर्माण चाहे कितना भी सुंदर क्यों न हो, नियमों का उल्लंघन हुआ है तो उसे तोड़ा जाएगा। कोर्ट ने 2025 की शुरुआत में राज्य सरकार की याचिका खारिज कर दी और एनजीटी के आदेशों का पालन करने के निर्देश दिए।
सात अजूबों वाला पार्क
अजमेर के वैशाली नगर में आनासागर झील के किनारे बनाया गया सेवन वंडर्स पार्क पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा। इस पार्क में विश्व के सात अजूबों की प्रतिकृतियां बनाई गई थीं। स्मार्ट सिटी योजना के तहत इस पार्क के निर्माण पर लगभग 8 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। हालांकि, पार्क का निर्माण वेटलैंड क्षेत्र में होने के कारण यह पर्यावरण नियमों के उल्लंघन का शिकार हो गया। एडीए ने आज सेवन वंडर्स पार्क और गांधी स्मृति उद्यान को तोड़ा है।