राजस्थान में भारी बारिश का दौर फिलहाल थम चुका है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में मौसम शुष्क रहा। राज्य के अधिकांश भागों में अगले कुछ दिन मौसम शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि 15 सितंबर के बाद एक बार फिर बारिश देखने को मिल सकती है।
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून 15 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से वापसी शुरू कर सकता है। 15 सितंबर के आसपास पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।
13 से 15 सितंबर तक येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों के लिए 13 से 15 सितंबर तक येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गरज-चमक और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और खुले स्थानों से दूर रहने की सलाह दी है।
17 सितंबर से मानसून एक बार फिर सक्रिय
विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 17 सितंबर से मानसून एक बार फिर सक्रिय हो सकता है। खासकर उदयपुर और कोटा संभाग में बारिश का नया दौर शुरू होने की संभावना है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान में भी सामान्य वर्षा हो सकती है, जबकि अन्य जिलों में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी।
इस साल मानसून का असामान्य जल्दी आगमन मानसून आमतौर पर एक जून तक केरल में दस्तक देता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है। फिर यह लगभग 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से वापसी शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह समाप्त हो जाता है।
इस साल मानसून की बारिश पूरे देश में नौ दिन पहले ही पहुंच गई। 8 जुलाई की सामान्य तिथि से पहले ही मानसून 24 मई को केरल में प्रवेश कर गया, जो 2009 के बाद सबसे जल्दी आगमन रहा। उस वर्ष मानसून केरल में 23 मई को पहुंचा था। पिछले बार, यानी 2020 में, मानसून 26 जून तक पूरे देश में फैल चुका था।
ऐसे में यह वर्ष एक महत्वपूर्ण रिकॉर्ड बना गया, जब वर्ष 2020 के बाद पहली बार मानसून इतनी जल्दी देशभर में सक्रिय हुआ। पिछले कुछ दिन से बारिश से राहत आईएमडी ने अतिरिक्त बारिश के लिए मानसून की सक्रिय स्थिति को जिम्मेदार बताया है और पश्चिमी विक्षोभ की भूमिका रही, जिससे क्षेत्र में वर्षा में वृद्धि हुई। हालांकि बीते 3-4 दिन से राजस्थान में भारी बारिश का दौर थम गया है।