कई को डिस्चार्ज कर दिया गया, लेकिन अब खबर सामने आ रही है कि 6 छात्रों की हालत दोबारा बिगड़ गई है। इन सभी को फिर से दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने पोषाहार प्रभारी को निलंबित कर दिया है। साथ ही कार्यवाहक प्रिंसिपल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। घटना के बाद अभिभावकों और ग्रामीणों में रोष है और प्रशासन जांच में जुटा हुआ है।
क्या है पूरा मामला
राजस्थान के दौसा जिले के चूड़ियावास राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में मिड-डे मील (Mid-Day Meal) खाने के बाद बच्चों के बीमार होने का मामला सामने आया। शनिवार को स्कूल में 156 बच्चों ने चपाती और सब्जी खाई थी। खाना खाने के कुछ घंटों बाद ही बच्चों को पेट दर्द, उल्टी और बेचैनी की शिकायत शुरू हो गई। आनन-फानन में मेडिकल टीम को बुलाकर बच्चों को प्राथमिक उपचार किया गया।
गंभीर स्थिति में 49 बच्चों को दौसा जिला अस्पताल रेफर किया गया, जबकि कुछ बच्चों को नांगल राजावतन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। प्रारंभिक जांच में इसे फूड प्वाइजनिंग (Food Poisoning) माना गया। शनिवार को बच्चों की हालत स्थिर होने पर कई को डिस्चार्ज कर दिया गया था, लेकिन रविवार को 6 बच्चों की तबीयत फिर बिगड़ गई। इन्हें दोबारा दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों का कहना है कि सभी बच्चों की स्थिति फिलहाल स्थिर है, लेकिन उनकी 24 घंटे तक निगरानी की जाएगी।
मिड-डे मील प्रभारी निलंबित
दौसा जिले के चूड़ियावास स्कूल में मिड-डे मील से फूड प्वाइजनिंग के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) अशोक शर्मा ने त्वरित कदम उठाते हुए मिड-डे मील प्रभारी रामजीलाल मौर्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। रामजीलाल मौर्य पर खाने की गुणवत्ता और स्वच्छता में गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप है। वहीं, स्कूल के कार्यवाहक प्रिंसिपल तरुण कौशिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
उनसे पूछा गया है कि खाने की जांच और वितरण में लापरवाही क्यों हुई। इस पूरे मामले की गहन जांच के लिए जिला प्रशासन ने एक कमेटी गठित की है। साथ ही खाने के सैंपल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। फूड प्वाइजनिंग के इस मामले ने अभिभावकों और ग्रामीणों में गहरी चिंता पैदा कर दी है। अब सभी की नजरें जांच रिपोर्ट और प्रशासन की आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।
ग्रामीणों ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
दौसा जिले के चूड़ियावास स्कूल में मिड-डे मील से फूड प्वाइजनिंग की घटना ने अभिभावकों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। कई अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि मिड-डे मील की गुणवत्ता को लेकर पहले से ही सवाल उठते रहे हैं। कुछ अभिभावकों और ग्रामीणों ने स्कूल की रसोई में स्वच्छता की कमी की शिकायत भी की।
उनका कहना है कि बच्चों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ग्रामीणों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम और निगरानी व्यवस्था लागू की जाए। इस बीच पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम संयुक्त रूप से जांच कर रही है। बच्चों की हालत पर लगातार नजर रखने के लिए मेडिकल टीम तैनात है। प्रशासन ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि मिड-डे मील की गुणवत्ता और स्वच्छता सुनिश्चित की जाए और जल्द ही इसके लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
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