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Thursday, October 9, 2025

भाजपा नेता के शोरूम पर चला बुलडोजर, सरकारी जमीन पर बनाया था; हाईकोर्ट के माना अतिक्रमण

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जयपुर। बारां में भाजपा नेता पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष आनन्द गर्ग के निर्माण पर ‘पीला पंजा’ चलने का मामला सामने आया है, जहां उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अतिक्रमण हटाने के मामले ने तूल पकड़ा है। भाजपा नेता पर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर शोरूम बनाने के आरोप लगे हैं। काफी बड़ा शोरूम था, जिन पर नगर परिषद से पट्टा भी मिल गया था, लेकिन हाईकोर्ट में दायर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन के बाद इस मसले में प्रशासनिक अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई की है।

हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इस मामले में कोर्ट ने एसडीएम को भी पक्षकार बनाया था। इसके बाद नगर परिषद की टीम मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। बारां नगर परिषद आयुक्त मोती शंकर नागर ने बताया कि पूरी कार्रवाई राजस्व विभाग के निर्देश पर की गई थी। इसके लिए तहसीलदार दशरथ मीणा से संसाधन मांगे गए थे, जो बाद में उपलब्ध करवाए गए। टीम के मौके पर पहुंचने पर अतिक्रमण करने वाले नेता ने खुद कहा कि वह निर्माण अपने हिसाब से हटवा देगा।

कैसे जारी हुआ पट्टा

हमारी मशीनरी से ही उन्होंने निर्माण को 20 मीटर तक इसे हटवा लिया है। जमीन की कानूनन स्थिति के संबंध में ज्यादा जानकारी राजस्व विभाग के अधिकारी ही दे सकते हैं। यह पट्टा कैसे जारी हुआ, यह जांच का विषय है। मैं स्वयं बारां में 19 सितम्बर को होने वाले सीएम के आगामी दौरे की तैयारी में जुटा हुआ हूं। यह कार्रवाई राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बारां दौरे के पहले की गई है, जो पूरे बारां में चर्चा का विषय बन गया है।

Buldozer Action in Baran

आनंद गर्ग की दावेदारी बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं, जहां से भाजपा नेता आनंद गर्ग भी दावेदारी कर रहे हैं। इस पूरे मामले में आनंद गर्ग का कहना है कि जिस जमीन पर कार्रवाई हुई, उसका पट्टा उन्होंने लिया हुआ था और यह उनकी पत्नी मंजू गर्ग के नाम था। लेकिन विरोधी राजेंद्र शर्मा ने बाढ़ का हवाला देते हुए इसे अतिक्रमण बताया और पीआईएल दायर कर दी।

इसी पर हाईकोर्ट ने जमीन खाली कराने के निर्देश दिए थे। जब तक हम इस मसले को लेकर कोर्ट जाते, तब स्ट्राइक हो गई थी। ऐसे में तय समय मे हम अपील नहीं कर पाए। निर्देश काफी स्ट्रिक्ट आए थे। इसलिए प्रशासन भी मजबूर हो गया था। हमने भी उनका सहयोग किया व हमने स्वयं ही इस निर्माण को हटवाया है।

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