राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में पानी की मांग उठाने वाले युवक सूरज माली पर हुए जानलेवा हमले को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस हमले के लिए सीधे तौर पर बीजेपी विधायक अर्जुनलाल जीनगर को जिम्मेदार ठहराया। गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए इसे “लोकतंत्र की हत्या की नई तस्वीर” करार दिया। गहलोत ने लिखा कि बीजेपी सरकार में आम जनता की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है और जो भी व्यक्ति अपने हक की बात करता है, उसे डराने और दबाने का प्रयास किया जाता है।
अशोक गहलोत ने अपने X पोस्ट में लिखा कि राजस्थान में चारों ओर अराजकता का माहौल बन चुका है। बलात्कार, हत्या, चोरी, डकैती जैसे क्राइम आम हो गए हैं। चिंताजनक ये है कि अब भाजपा विधायक ही गुंडागर्दी में शामिल हो रहे हैं। चित्तौड़गढ़ के कपासन में भाजपा विधायक अर्जुनलाल जीनगर को पानी के लिए किया गया चुनावी वादा याद दिलाने पर युवक श्री सूरज माली पर जानलेवा हमला भाजपा राज में लोकतंत्र की हत्या की नई तस्वीर है।
राजस्थान में चारों ओर अराजकता का माहौल बन चुका है। बलात्कार, हत्या, चोरी, डकैती जैसे क्राइम आम हो गए हैं। चिंताजनक ये है कि अब भाजपा विधायक ही गुंडागर्दी में शामिल हो रहे हैं।
चित्तौड़गढ़ के कपासन में भाजपा विधायक अर्जुनलाल जीनगर को पानी के लिए किया गया चुनावी वादा याद दिलाने पर…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 20, 2025
उन्होंने आगे लिखा कि पीड़ित युवक के 25 से अधिक फ्रैक्चर आए हैं। युवक की स्थिति ऐसी है कि अभी तक डॉक्टर ऑपरेशन नहीं कर पा रहे हैं। क्या भाजपा विधायकों से सवाल पूछने पर आमजन की जान लेने का प्रयास किया जाएगा? क्या पुलिस ऐसे विधायक पर कार्रवाई करने की हिम्मत जुटा पाएगी? पुलिस ने अभी तक इस घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। कल मैं कपासन पहुंचकर पीड़ित के परिजनों से मुलाकात करूंगा।
जानें क्या है पूरा मामला
चित्तौड़गढ़ जिले के धोबी खेड़ा गांव का 20 वर्षीय सूरज माली चुनावी वादे को याद दिलाने पर नकाबपोश हमलावरों का शिकार बन गया। जानकारी के अनुसार, सूरज माली पिछले कुछ समय से अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर स्थानीय विधायक अर्जुनलाल जीनगर को संबोधित करते हुए वीडियो पोस्ट कर रहा था। इन वीडियो में वह कपासन तालाब में मातृकुंडिया बांध का पानी लाने के चुनावी वादे की याद दिला रहा था।
बताया जा रहा है कि 15 सितंबर की शाम जब सूरज अपने दोस्त के साथ काम से लौट रहा था, तभी कुछ अज्ञात नकाबपोश हमलावरों ने रास्ते में उसे रोक लिया। लोहे के सरिए और पाइपों से बेरहमी से पिटाई की गई। हमलावरों ने उसके पैरों पर कई वार किए, जिससे उसके दोनों पैर टूट गए। सूरज के मुताबिक, इस घटना से पहले उसे लगातार धमकियां मिल रही थीं। गंभीर हालत में उसे चित्तौड़गढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे उदयपुर रेफर कर दिया। इस हमले के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया है और घटना ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है।
सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और मौके पर पहुंचकर सूरज का बयान दर्ज किया। सूरज ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है और विधायक अर्जुनलाल जीनगर पर हमला करवाने का शक जताया है। कपासन थानाधिकारी रतन सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और अन्य सबूत जुटाने में लगी है, ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके।
इस घटना को लेकर कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को कपासन में धरना-प्रदर्शन किया। पार्टी नेताओं ने सूरज को न्याय दिलाने की मांग उठाई और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीजेपी सरकार पर हमलावर बयान के बाद इस घटना ने और ज्यादा राजनीतिक रंग ले लिया है और मामला अब और भी तूल पकड़ने की संभावना है।
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