चित्तौड़गढ़। आरएलपी (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी) के सांसद हनुमान बेनीवाल शनिवार देर शाम कपासन धरना स्थल पर पहुंचे, जहां उन्होंने सूरज माली को न्याय दिलाने की मांग को लेकर प्रशासन के सामने कड़े तेवर दिखाए। रात करीब 9 बजे, बेनीवाल ने जिला प्रशासन को आधे घंटे का अल्टीमेटम दिया और कहा कि यदि मांगे नहीं मानी गईं, तो चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय की ओर कूच किया जाएगा। इसके बाद रात 2 बजे तक एडीएम (अतिरिक्त जिला कलेक्टर) और एडिशनल एसपी के साथ वार्ता चली, मगर किसी ठोस सहमति पर बात नहीं बन सकी।
मंच से किया बड़ा ऐलान
हनुमान बेनीवाल ने मंच से मेवाड़ क्षेत्र के सर्वसमाज से अपील की है कि वे 28 सितंबर को कपासन धरना स्थल पर पहुंचें और सूरज माली को न्याय दिलाने की इस लड़ाई में साथ दें। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अब प्रशासन से कोई बातचीत नहीं की जाएगी, और सुबह चित्तौड़गढ़ कूच किया जाएगा।
धरना स्थल पर देर रात तक भीड़
देर रात तक बड़ी संख्या में लोग धरना स्थल पर डटे रहे और सूरज माली को न्याय दिलाने की मांग करते रहे। बेनीवाल ने दोहराया कि वे हर हाल में सूरज माली के परिवार को न्याय दिलाकर रहेंगे। सूरज माली को न्याय दिलाने की मांग को लेकर आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने सीबीआई जांच, मुआवजा और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि सूरज माली को न्याय दिलाने के लिए अब पीछे हटने का सवाल ही नहीं है।
सीबीआई जांच की मांग पर अड़े बेनीवाल
बेनीवाल ने मांग की कि मामले की सीबीआई जांच हो, पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए, एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले, इलाज का पूरा खर्च सरकार वहन करे और सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। एक दिन पहले कांग्रेस नेता धीरज गुर्जर भी धरना स्थल पर पहुंचे थे। वहीं, प्रशासन ने दो मांगें मानते हुए कपासन थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया है और मामले की जांच कपासन विधानसभा क्षेत्र के बाहर के अधिकारी से कराने पर सहमति जताई है।
बेनीवाल ने बताया कि बीती रात 2 बजे तक प्रशासन के साथ वार्ता चली लेकिन सरकार की हठधर्मिता के चलते कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाया। उन्होंने कहा कि मैं अभी भी धरना स्थल पर मौजूद हूं और मेवाड़ के सर्व समाज तथा कपासन व आसपास के लोगों से अपील करता हूं कि आज सुबह सवा 11 बजे अधिक से अधिक संख्या में कपासन पहुंचें।
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