भीलवाड़ा। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष दिलीप गुर्जर पर सूदखोरी के गंभीर आरोप लगे हैं। शाहपुरा पुलिस ने चार अलग-अलग मामलों में दिलीप गुर्जर को नामजद करते हुए उनकी करीब 45 करोड़ की 350 बीघा जमीन और लगभग 40 मकानों को सीज करने की तैयारी शुरू कर दी है। मामले के दर्ज होने के बाद भाजपा नेता पुलिस की गिरफ्तारी के डर से नजर नहीं आ रहे हैं।
भीलवाड़ा एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि ब्याज माफिया, बजरी माफिया समेत अन्य अवैध गतिविधियों की रोकथाम के लिए जिले के सभी पुलिस अधिकारियों को कड़ी हिदायतें दी गई हैं। शाहपुरा क्षेत्र में दिलीप गुर्जर के खिलाफ अगस्त और सितंबर 2025 में कुल चार मामले दर्ज किए गए हैं।
इन मामलों में आरोप है कि उन्होंने बिना लाइसेंस के ब्याज पर पैसा उधार दिया और उधार देते समय खाली चेक तथा स्टाम्प पेपर लिए। उनके पास न तो कानूनी तौर पर पैसा उधार देने का लाइसेंस है और न ही इतनी संपत्ति का वैध स्रोत। एसपी यादव ने बताया कि संबंधित सरकारी विभागों से संपत्ति का विवरण प्राप्त कर न्यायालय में इस्तगासा दायर किया जाएगा। पुलिस ने आरोपी की संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शाहपुरा के डिप्टी एसपी ओमप्रकाश बिश्नोई ने भाजपा नेता दिलीप गुर्जर के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। पुष्पादेवी वैष्णव, महावीर कुमावत, प्रहलाद जाट और गोविंद लौहार की रिपोर्ट पर दर्ज मामलों के तहत पुलिस ने दिलीप गुर्जर की करीब 350 बीघा कृषि भूमि और लगभग 40 आवासीय मकानों व प्लाटों को सूचीबद्ध किया है। पुलिस के अनुसार इन संपत्तियों का बाजार मूल्य लगभग 45 करोड़ रुपए आंका गया है।
भीलवाड़ा पुलिस ने धारा 107 बीएनएस के तहत इन सभी संपत्तियों को सीज करने की स्वीकृति लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस की यह कार्रवाई जिले में अवैध संपत्ति और सूदखोरी जैसी गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।