रींगस, भरतपुर और कोटा में हुई बरसात से तापमान नीचे आया और लोगों को गर्मी से राहत मिली। दिनभर की धूप के बीच अचानक बरसात ने मौसम खुशनुमा कर दिया। हालांकि, मौसम विभाग ने ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। अगर बारिश तेज हुई तो किसानों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
सोमवार देर रात से ही सीकर में मौसम का मिजाज बदल गया। रातभर रुक-रुक कर बूंदाबांदी होती रही। मंगलवार सुबह करीब 5 बजे बादलों की गड़गड़ाहट के साथ हल्की बारिश शुरू हुई, जो सुबह 7 बजे तक जारी रही।
सीकर में 22 दिन बाद बरसात
जिले में अचानक मौसम बदलने और बूंदाबांदी से तापमान गिरा और ठंडक बढ़ गई। सीकर में 8 सितंबर के बाद 30 सितंबर को ही बारिश दर्ज हुई, यानी करीब 22 दिन बाद मौसम बदला। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तरी हरियाणा और आसपास बने ऊपरी हवा के चक्रवात के असर से यह बदलाव हुआ है। वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिम विदर्भ क्षेत्र में बने वेलमार्क लो प्रेशर के कारण 3 अक्टूबर तक जयपुर, उदयपुर, कोटा और अजमेर संभाग में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
कोटा ग्रामीण में तेज बारिश से किसानों की चिंता
कोटा ग्रामीण, इटावा और आसपास के क्षेत्रों में तेज बारिश हुई, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। किसानों को डर है कि अगर बारिश का दौर जारी रहा तो फसल को नुकसान हो सकता है। हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश से पहले ही कई फसलें चौपट हो चुकी हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी मौसम बदलने की संभावना जताई है।
नागौर में मौसम बदला, किसानों को राहत
नागौर और आसपास के क्षेत्रों में सोमवार को मौसम में बदलाव से लोगों को गर्मी और तेज धूप से राहत मिली। कृषि विभाग ने बताया कि जो फसलें पक चुकी हैं, उनकी कटाई जल्द करनी होगी, ताकि नवरात्र खत्म होते ही अगली फसल की बुवाई शुरू की जा सके। इस बार राजस्थान में औसत से ज्यादा बारिश हुई है, जिससे जमीन में नमी बनी हुई है और किसानों को फायदा हो सकता है।
कई जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने जयपुर, झुंझुनूं, सीकर और नागौर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। वहीं सवाईमाधोपुर, चूरू, बारां, टोंक, बीकानेर, भीलवाड़ा और अजमेर जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां हल्की बारिश हो सकती है।