सवाईमाधोपुर। जिले में बनने वाले डूंगरी बांध को लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। हाल ही में विधानसभा उपचुनाव के दौरान थप्पड़ कांड में चर्चा में आए नरेश मीणा ने अब इस बांध के खिलाफ बड़े आंदोलन की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि इस बांध के कारण सरकार 76 गांवों को उजाड़ने की तैयारी कर रही है, जिसे वे कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
देवली-उनियारा से निर्दलीय उम्मीदवार रहे नरेश मीणा मंगलवार देर रात अचानक डूंगरी गांव पहुंचे। यहां उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से डूंगरी बांध को लेकर चर्चा की। इसके बाद बुधवार सुबह भूरीपहाड़ी गांव में आयोजित ग्राम सभा में भाग लेकर बांध के विरोध में आंदोलन को और बल दिया। नरेश के आगमन की खबर मिलते ही प्रशासन चौकस हो गया और पुलिस अधिकारियों ने दूर से ही उनकी गतिविधियों पर नजर रखी।
नरेश मीणा का डूंगरी बांध विरोध बयान
भूरी-पहाड़ी में हुई ग्राम सभा में नरेश मीणा ने कहा कि डूंगरी बांध के कारण सरकार 76 गांवों को उजाड़ने पर आमादा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसे वे कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे और सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। नरेश ने यह भी कहा कि डूंगरी बांध के विरोध में जल्द ही एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
डूंगरी बांध विरोध में आंदोलन
नरेश मीणा ने बताया कि इससे पहले वे प्रभावित 76 गांवों का दौरा करेंगे और ग्रामीणों से स्थिति पर चर्चा करेंगे। यात्रा के अंत में एक बड़ी महापंचायत आयोजित की जाएगी। अगर ग्रामीण उनके साथ खड़े हुए तो महापंचायत के दिन ही हजारों ग्रामीणों के साथ भूख हड़ताल की जाएगी। नरेश ने इसे ऐतिहासिक अनशन बताया और कहा कि तब सरकार को झुकना ही पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने भाजपा और कांग्रेस के स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर भी कड़ी आलोचना की।
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