पिड़ावा (झालावाड़): झालावाड़ जिले के पिड़ावा कस्बे की बेटी निदा खान की बांग्लादेश में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। 19 वर्षीय निदा बांग्लादेश की राजधानी ढाका के बशुंधरा अद-दिन मोमिन मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। 27 सितंबर को उसका शव हॉस्टल के कमरे में संदिग्ध हालात में पाया गया। घटना की सूचना मिलने पर परिवार में कोहराम मच गया।
परिजनों के मुताबिक, कॉलेज की प्रिंसिपल ने फोन पर घटना की सूचना दी। बेटी की मौत की खबर सुनकर परिवार बदहवास हो गया। निदा के शव को भारत लाने के लिए परिजनों ने भारत सरकार से गुहार लगाई। इसके बाद एक लंबी प्रशासनिक और कानूनी प्रक्रिया के तहत शव को भारत लाने की अनुमति मिली।
बॉडी को संक्रमण से बचाने के लिए एमबाल्मिंग की प्रक्रिया पूरी की गई। बुधवार रात को शव ढाका से रवाना हुआ और देर रात दिल्ली पहुंचा। आज निदा का शव पिड़ावा लाया जाएगा, जहां पूरे सम्मान के साथ उसे सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। परिजनों का कहना है कि वे अपनी बेटी को डॉक्टर बनते देखना चाहते थे, लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि वहां से उसकी लाश लौटेगी। सुल्तानपुरा मोहल्ले में स्थित निदा के घर पर मातम पसरा हुआ है और रिश्तेदारों, पड़ोसियों का तांता लगा हुआ है।
परिजनों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और झालावाड़-बारां सांसद दुष्यंत सिंह ने इस मामले में व्यक्तिगत रुचि ली और शव को भारत लाने में पूरा सहयोग किया। ढाका स्थित भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क बनाकर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। हालांकि, निदा की मौत के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। ढाका पुलिस और कॉलेज प्रशासन की ओर से जांच की जा रही है। परिजन मामले की संपूर्ण जांच और न्याय की मांग कर रहे हैं।