बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिले में थार की लोकसंस्कृति का सबसे बड़ा पर्व “थार महोत्सव” इस बार और भी भव्य और रंगारंग अंदाज़ में आयोजित होने जा रहा है। जिला प्रशासन ने इसकी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने स्वयं परंपरागत अंदाज़ में नागरिकों को पीले चावल बांटकर आमंत्रित किया और परिवार सहित इस सांस्कृतिक पर्व में भाग लेने की अपील की।
8 अक्टूबर से होगा आगाज़
कलेक्टर टीना डाबी ने जानकारी दी कि थार महोत्सव की शुरुआत 8 अक्टूबर को गांधी चौक स्कूल से एक भव्य शोभायात्रा के साथ होगी। यह यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होकर आदेश स्टेडियम पहुंचेगी, जहां दिनभर पारंपरिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी। प्रमुख कार्यक्रमों में मिस्टर एंड मिस डेजर्ट प्रतियोगिता, थार सुंदरी चयन, तेज़ साफा बांधने की स्पर्धा, ऊंट सजावट, लोकनृत्य और लोकगीतों की प्रस्तुतियां शामिल हैं।
किराडू मंदिर और महाबार धोरों पर होगा सांस्कृतिक संगम
महोत्सव के दूसरे दिन की शुरुआत ऐतिहासिक किराडू मंदिर परिसर में विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ होगी। यहां राष्ट्रीय और स्थानीय कलाकार थार की सांस्कृतिक विरासत को मंच पर जीवंत करेंगे। वहीं शाम को महाबार के मखमली धोरों पर रंगीन सांस्कृतिक संध्या आयोजित की जाएगी, जिसमें स्थानीय लोक कलाकार अपनी कला का जादू बिखेरेंगे। इसी कार्यक्रम के साथ दो दिवसीय थार महोत्सव का समापन होगा।
“थार के रंग हर दिल में उतरें” – टीना डाबी
कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि थार महोत्सव का उद्देश्य बाड़मेर की समृद्ध लोकसंस्कृति, कला और पर्यटन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। उन्होंने सभी नागरिकों से इस आयोजन में पूरे उत्साह के साथ भाग लेने की अपील करते हुए कहा, “आइए, थार के रंगों को हर दिल में उतारें।” शहर और किराडू दोनों स्थानों पर तैयारियां जोरों पर हैं और पूरा जिला अब उत्सव के रंग में रंगा नजर आ रहा है।