बीकानेर। राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बीकानेर में एक बयान देकर प्रदेश की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है। अंता सीट से टिकट न मिलने से नाराज़ नरेश मीणा पर तंज कसते हुए रंधावा ने कहा, “ट्विटर पर एमएलए पैदा नहीं होते।”
उन्होंने आगे कहा कि, “मेरी गलती हो गई कि मैं नरेश मीणा का ट्वीट नहीं देख पाया, वरना उनसे मिलने चला जाता। मैं तो छोटा आदमी हूं, और वो बहुत बड़े नेता हैं।”
टिकट वितरण पर निष्ठा को बताया पैमाना
रंधावा ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस में टिकट उसे ही मिलता है जो “पार्टी के प्रति निष्ठावान हो और सभी को साथ लेकर चलने की क्षमता रखता हो।” उनके बयान को सीधे तौर पर नरेश मीणा के हालिया रुख और सोशल मीडिया गतिविधियों से जोड़कर देखा जा रहा है।
प्रमोद जैन भाया को दोबारा टिकट, नरेश मीणा को झटका
अंता विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रमोद जैन भाया को उम्मीदवार घोषित किया है। यह फैसला नरेश मीणा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, जो इस सीट से टिकट के प्रमुख दावेदारों में से थे। सूत्रों की मानें तो मीणा निर्दलीय चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं, जिससे कांग्रेस को भीतरघात का भी खतरा हो सकता है।
भाया की वापसी और कांग्रेस की रणनीति
प्रमोद जैन भाया को टिकट देकर कांग्रेस न केवल उनकी राजनीतिक वापसी करना चाहती है, बल्कि 2023 विधानसभा चुनाव में अंता सीट पर हुई हार का बदला भी लेना चाहती है। वहीं बीजेपी इस सीट को हर हाल में बरकरार रखना चाहती है, क्योंकि यह क्षेत्र हाडौती बेल्ट की राजनीति में अहम भूमिका निभाता है।
उपचुनाव की पृष्ठभूमि
अंता सीट पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा को सजा मिलने के कारण खाली हुई है। उन्होंने कोर्ट में सरेंडर किया था और दया याचिका राज्यपाल को भेजी गई, लेकिन अब तक उस पर कोई निर्णय नहीं आया है। इसी के चलते चुनाव आयोग ने उपचुनाव का ऐलान कर दिया है, जो राज्य की राजनीतिक दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
यह भी पढ़ें: ‘योगी मॉडल’ अपनाए राजस्थान? हनुमान बेनीवाल बोले– जरूरत पड़ी तो फेक एनकाउंटर भी सही