बारां। राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अभी तक अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं कर सकी है। प्रत्याशी को लेकर पार्टी के भीतर मंथन जारी है, लेकिन मैदान में अब तक सन्नाटा है। इस देरी से न सिर्फ भाजपा कार्यकर्ता असमंजस में हैं, बल्कि विरोधी पार्टियों को भी राजनीतिक हमले का मौका मिल गया है।
माली–सैनी समाज की अहम भूमिका, दो बड़े नाम रेस में
अंता क्षेत्र में माली सैनी समाज का बड़ा वोट बैंक होने के कारण भाजपा की नजर इसी वर्ग के प्रत्याशी पर है। दो प्रमुख नाम चर्चा में हैं। पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष व बारां जिला प्रमुख नंदलाल सुमन और पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी। दोनों ही सैनी समाज से आते हैं, लेकिन नंदलाल सुमन जहां स्थानीय (बारां जिले) के हैं, वहीं प्रभुलाल सैनी बाहरी (बूंदी जिले) से ताल्लुक रखते हैं। यही वजह है कि इस बार ‘स्थानीय बनाम बाहरी’ का मुद्दा भी खासा हावी हो गया है।
नामांकन में अब केवल 5 दिन, दो दिन अवकाश
अब नामांकन दाखिल करने में सिर्फ 5 दिन शेष हैं, जिनमें से दो दिन सरकारी अवकाश के चलते प्रक्रिया सीमित हो जाएगी। भाजपा के कई स्थानीय कार्यकर्ताओं ने चिंता जताई है कि यदि उम्मीदवार के नाम की घोषणा और देरी से हुई, तो प्रचार के लिए पूरा समय नहीं मिल पाएगा, जिससे जमीनी स्तर पर असर पड़ सकता है।
कांग्रेस ने उठाया सवाल, भाजपा ने दिया जवाब
कांग्रेस ने भाजपा की देरी को लेकर सरकार की नियत और तैयारी पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा नामांकन भर चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि “जैसलमेर में हुए बस हादसे में कई लोगों की जान गई। ऐसी दुख की घड़ी में भाजपा प्रत्याशी की घोषणा कर जश्न नहीं मना सकती। कांग्रेस ऐसा कर सकती है, लेकिन भाजपा नहीं।”
“कांग्रेस की संवेदना मर चुकी है”- मदन राठौड़
राठौड़ ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि “कांग्रेस नेताओं की संवेदना मर चुकी है। वे हादसे के बाद भी चुनावी रैलियों में जुटे हैं। भाजपा बहुत जल्द ऐसा प्रत्याशी घोषित करेगी जो जिताऊ भी होगा और टिकाऊ भी।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता झूठे आरोपों और ‘पर्ची की राजनीति’ से जनता को भ्रमित कर रहे हैं। “कांग्रेस न तो कोई नीति बता रही है, न कोई ठोस एजेंडा। बार-बार एक ही बात को दोहराना विचारहीन राजनीति को दर्शाता है।”
भ्रष्टाचार पर कांग्रेस की चुप्पी पर उठाया सवाल
मदन राठौड़ ने कांग्रेस के उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया पर निशाना साधते हुए कहा कि “कांग्रेस सरकार के ही तत्कालीन मंत्री ने भाया पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे — ‘भाया रे भाया, खुले में खाया’। अब वही नेता भाया की तारीफ कर रहे हैं, जो जनता को भ्रमित करने का काम है।” उन्होंने अशोक गहलोत, गोविंद डोटासरा, टीकाराम जूली और सचिन पायलट पर भी हमला करते हुए कहा कि ये नेता सिर्फ भाजपा पर आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं, लेकिन खुद कोई स्पष्ट एजेंडा पेश नहीं कर पा रहे।


