राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव 2025 के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया है। लंबे विचार-विमर्श और अटकलों के बाद पार्टी ने बारां पंचायत समिति के प्रधान मोरपाल सुमन को अपना उम्मीदवार बनाया है।
मोरपाल सुमन को भाजपा का उम्मीदवार बनाने के पीछे पार्टी की रणनीति साफ नजर आती है। भाजपा ने स्थानीय पहचान और जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है। मोरपाल सुमन माली समाज से हैं, जिसका अंता क्षेत्र में अच्छा प्रभाव और बड़ी आबादी है। पार्टी ने उन्हें ‘लो प्रोफाइल नेता’ और ‘जनसेवक’ की छवि के साथ मैदान में उतारा है, जैसा कि प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ पहले ही संकेत दे चुके थे।
कौन हैं मोरपाल सुमन?
भाजपा ने राजस्थान की अंता विधानसभा सीट उपचुनाव 2025 के लिए बारां पंचायत समिति के प्रधान मोरपाल सुमन को अपना उम्मीदवार बनाया है। मोरपाल सुमन माली समाज से हैं, जिसका अंता क्षेत्र में अच्छा प्रभाव और आबादी है। पार्टी ने स्थानीय पहचान और जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए उन्हें ‘लो प्रोफाइल नेता’ और ‘जनसेवक’ की छवि के साथ मैदान में उतारा है, जैसा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पहले ही संकेत दे चुके थे।
अब त्रिकोणीय मुकाबले तय
अंता उपचुनाव अब पूरी तरह से त्रिकोणीय हो गया है, जहां हर उम्मीदवार की अपनी मजबूत पकड़ और समर्थक वर्ग है।
- BJP उम्मीदवार: मोरपाल सुमन (स्थानीय प्रधान, माली समाज).
 - कांग्रेस उम्मीदवार: पार्टी ने अपने कद्दावर नेता प्रमोद जैन भाया को फिर से मैदान में उतारा है.
 - निर्दलीय चुनौती: कांग्रेस से टिकट न मिलने पर नरेश मीणा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, जिससे मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है.
 
टिकट के ऐलान से पहले हुई थी ठगी की बड़ी वारदात
अंता उपचुनाव के दौरान एक चौंकाने वाली घटना भी सामने आई, जिसने राजनीति के साथ-साथ साइबर क्राइम की गंभीरता को उजागर किया। भाजपा के उम्मीदवार मोरपाल सुमन को टिकट दिलाने के नाम पर ठगों ने उन्हें अपना शिकार बनाया। टिकट के ऐलान से पहले रविवार को मोरपाल सुमन के पास एक कॉल आया, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को दिल्ली भाजपा मुख्यालय का अधिकारी बताया और कहा कि उन्हें अंता उपचुनाव के लिए टिकट मिल चुका है। फिर नामांकन के दस्तावेज तैयार करने के लिए 38 हजार रुपये तुरंत जमा करने को कहा गया। खुशी और उत्साह में आकर मोरपाल सुमन ने अपने बेटे की मदद से बताई गई राशि बैंक अकाउंट में जमा करवा दी।
थोड़ी देर बाद मोरपाल सुमन ने यह घटना बारां के भाजपा जिला अध्यक्ष नरेश सिंह सिकरवार को बताई। तभी उन्हें पता चला कि वे ऑनलाइन ठगी का शिकार बन गए हैं। जिला अध्यक्ष सिकरवार ने बताया कि ठगों ने उन्हें भी गुमराह किया था। रविवार सुबह दिल्ली से किसी व्यक्ति ने उनसे संभावित प्रत्याशियों के नाम और फोन नंबर मांगे थे, जिनमें मोरपाल सुमन का नंबर भी शामिल था। इसी जानकारी के आधार पर ठगों ने सुमन को कॉल किया।
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