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Thursday, October 30, 2025

अंता उपचुनाव: चेहरा नया, दांव पुराना — क्या राजे फिर साबित कर पाएंगी अपना असर?

OP-EDअंता उपचुनाव: चेहरा नया, दांव पुराना — क्या राजे फिर साबित कर पाएंगी अपना असर?

Anta Byelection 2025: जयपुर। राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव अब सिर्फ एक स्थानीय चुनाव नहीं रह गया है, बल्कि यह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सियासी पुनः सक्रियता का बड़ा संकेत माना जा रहा है। भले ही भाजपा ने बारां पंचायत समिति के प्रधान मोरपाल सुमन को प्रत्याशी बनाया है, लेकिन जानकारों का कहना है कि टिकट का फैसला राजे के प्रभाव में हुआ है — और यही कारण है कि अब यह चुनाव सीधे तौर पर वसुंधरा राजे की प्रतिष्ठा से जुड़ गया है।

बीजेपी का उम्मीदवार, लेकिन राजे फैक्टर

बीजेपी ने शुक्रवार को मोरपाल सुमन के नाम की घोषणा की। इसके साथ ही स्टार प्रचारकों की सूची भी सामने आई, जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, अर्जुनराम मेघवाल, दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा और खुद वसुंधरा राजे का नाम प्रमुख रूप से शामिल है।

राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो मोरपाल सुमन का टिकट वसुंधरा राजे की सीधी सिफारिश पर मिला है। यही कारण है कि राजे अब मैदान में पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रही हैं। टिकट की दौड़ में पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी का नाम भी शामिल था, लेकिन स्थानीय स्वीकार्यता और राजे के समर्थन ने सुमन का पलड़ा भारी कर दिया।

Rajasthan Politics: अंता विधानसभा में बिछ गई सियासी बिसात, माली, मीणा और SC  वोट तय करेंगे जीत की बाज़ी | The political chessboard is set in Anta  Assembly; Mali, Meena and SC

त्रिकोणीय मुकाबला तय, कांग्रेस और निर्दलीय भी मैदान में

अंता उपचुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। कांग्रेस ने इस सीट से प्रमोद जैन भाया को टिकट दिया है, जो इससे पहले पांच बार चुनाव लड़ चुके हैं और तीन बार जीत दर्ज कर चुके हैं। वहीं, नरेश मीणा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं।

बीजेपी प्रत्याशी सुमन का यह पहला विधानसभा चुनाव है, लेकिन वे स्थानीय माली समाज में मजबूत पकड़ रखते हैं और वर्तमान में संयुक्त माली महासंघ के अध्यक्ष भी हैं। उनकी पत्नी स्थानीय पंचायत की सरपंच हैं, जिससे उनका सामाजिक जुड़ाव भी काफी मजबूत माना जा रहा है।

क्या है उपचुनाव की पृष्ठभूमि?

यह उपचुनाव भाजपा विधायक कंवरलाल मीना की सदस्यता रद्द होने के कारण कराया जा रहा है। मीना को एक 20 साल पुराने केस में SDM को पिस्तौल दिखाने का दोषी पाया गया, जिसके बाद मई 2025 में उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई।

निर्वाचन आयोग के अनुसार, खाली सीट पर छह महीने के भीतर उपचुनाव कराना अनिवार्य होता है। 1 अक्टूबर को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची के अनुसार, अंता क्षेत्र में कुल 2,27,563 मतदाता हैं, जिनमें 1,15,982 पुरुष, 1,10,241 महिलाएं और 4 ट्रांसजेंडर शामिल हैं।

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