नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल की बात सच साबित हुई। राजस्थान हाई कोर्ट के आदेश के बाद, बिजली विभाग के कर्मचारियों ने 2 जुलाई को कटे हुए कनेक्शन को अब 17 अक्टूबर को फिर से जोड़ दिया है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले की पूरी कहानी।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल की तीन महीने पहले की बात सच साबित हुई। जुलाई में उनके नागौर आवास का बिजली कनेक्शन काटा गया था। उस समय बेनीवाल ने कहा था कि जो उनके कनेक्शन को काटा है, वही इसे वापस जोड़ेगा। अब वही हुआ। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने 2 जुलाई को कनेक्शन काटा था और 17 अक्टूबर, शुक्रवार को इसे फिर से जोड़ दिया। राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश के बाद यह कार्रवाई संभव हो सकी।
‘समझौता कमेटी के पास विचाराधीन है मामला, कनेक्शन काटना उचित नहीं’
सांसद हनुमान बेनीवाल के आवास का बिजली कनेक्शन उनके भाई प्रेमसुख बेनीवाल के नाम पर है। करीब 11 लाख रुपये के बकाया बिल के कारण विभाग के कर्मचारियों ने कनेक्शन काट दिया था। इसके बाद प्रेमसुख बेनीवाल ने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कनेक्शन को वापस जोड़ने की मांग की। उन्होंने कहा कि बिल का मामला समझौता कमेटी के पास विचाराधीन है, इसलिए कनेक्शन काटना सही नहीं था। हाईकोर्ट की एकलपीठ ने हाल ही में छह लाख रुपये जमा कराने पर कनेक्शन जोड़ने की अनुमति दे दी थी।
खंडपीठ ने एकलपीठ के आदेश में किया संशोधन
राजस्थान हाईकोर्ट की एकलपीठ ने छह लाख रुपये जमा कराने पर कनेक्शन फिर से जोड़ने की अनुमति दी थी। इसके खिलाफ प्रेमसुख बेनीवाल ने खंडपीठ में अपील की। जस्टिस पुष्पेंद्र सिंह भाटी और अनुरूप सिंधी की खंडपीठ ने एकलपीठ के आदेश में बदलाव करते हुए कनेक्शन बहाल करने के निर्देश दे दिए।
अपील में प्रेमसुख बेनीवाल ने कहा कि वे इस मामले को समझौता कमेटी के सामने रखने के लिए तैयार हैं और छह लाख रुपये जमा करने के लिए भी सहमत हैं। इसके बाद हाईकोर्ट ने आंशिक संशोधन करते हुए बिजली कनेक्शन बहाल करने के निर्देश दिए। शुक्रवार शाम को बिजली विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में कनेक्शन फिर से जोड़ दिया गया।
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