दिवाली से पहले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु गुणवत्ता एक बार फिर चिंता का विषय बन गई है। मौसम में बदलाव और प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए प्रशासन ने ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के दूसरे चरण यानी GRAP-2 को लागू करने की तैयारी तेज कर दी है।
भिवाड़ी और अलवर में बिगड़ी हवा
शुक्रवार को भिवाड़ी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 220 दर्ज किया गया, जबकि अलवर में AQI 100 के करीब पहुंच गया। इसका मतलब है कि हवा मध्यम से खराब श्रेणी में प्रवेश कर चुकी है। यदि स्थिति यही बनी रही, तो आने वाले दिनों में सांस लेना और भी मुश्किल हो सकता है।
GRAP-2 लागू होते ही ये पाबंदियां होंगी
- डीजल जनरेटर के उपयोग पर प्रतिबंध
- निर्माण स्थलों पर डस्ट कंट्रोल जरूरी
- वाहनों की जांच और प्रदूषण फैलाने वालों पर रोक
- पार्किंग शुल्क बढ़ाया जाएगा
- उद्योगों को उत्सर्जन रिपोर्ट देना अनिवार्य
- 24×7 निगरानी टीमें सक्रिय रहेंगी
दिवाली पर ग्रीन पटाखों की अनुमति, लेकिन सशर्त
सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर ग्रीन पटाखों की सीमित अनुमति तो दी है, लेकिन पर्यावरण विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे भी वायु गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। कम तापमान, नमी और धीमी हवाओं के कारण पटाखों का धुआं वातावरण में ठहर जाता है, जिससे AQI में तेज़ बढ़ोतरी होती है।
फैक्टरियों और उद्योगों पर पड़ेगा असर
भिवाड़ी, नीमराणा और टपूकड़ा जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में सैकड़ों फैक्ट्रियां चल रही हैं। GRAP-2 के लागू होते ही कुछ इकाइयों को अस्थायी रूप से बंद किया जा सकता है। उत्पादन में गिरावट आ सकती है। निगरानी टीमें नियमित रूप से सैंपलिंग कर रही हैं
पिछले साल गंभीर हुई थी स्थिति
2024 की दिवाली पर दिल्ली का AQI 500 से पार चला गया था, जबकि भिवाड़ी में 340 तक पहुंचा था। प्रशासन इस बार ऐसी स्थिति न बने, इसलिए एडवांस तैयारी में जुट गया है।
लोगों से अपील
- ग्रीन पटाखों का ही सीमित उपयोग करें
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें
- गाड़ियों की PUC जांच जरूर करवाएं
- निर्माण कार्यों में डस्ट कंट्रोल का विशेष ध्यान रखें
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