Jaisalmer Bus Fire : जोधपुर। जोधपुर हाईवे पर हुए भीषण बस अग्निकांड में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। पुलिस ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जैन ट्रैवल्स और जैनम कोच क्राफ्ट्स वर्कशॉप के मालिक मनीष जैन को जोधपुर से गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने आरोपी को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। यह गिरफ्तारी हादसे की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) के हाथ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
बस बॉडी निर्माण में सुरक्षा मानकों की खुली अनदेखी
जांच में सामने आया कि हादसे की शिकार बस की बॉडी जोधपुर के मोगड़ा क्षेत्र स्थित जैनम कोच क्राफ्ट्स वर्कशॉप में तैयार की गई थी, जिसकी जिम्मेदारी मनीष जैन की ही थी। बस की चेसिस से लेकर सीटिंग अरेंजमेंट, एसी फिटिंग और वायरिंग तक का काम इसी वर्कशॉप में किया गया था। पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त जांच में यह स्पष्ट हुआ कि एआईएस 119 सुरक्षा मानकों की खुलकर अवहेलना की गई थी।
एसी फिटिंग और वायरिंग में खामियां बनी हादसे की वजह
हादसे की वजहों की जांच करते हुए अधिकारियों ने बताया कि बस का रजिस्ट्रेशन नॉन-एसी के रूप में हुआ था, लेकिन बाद में अवैध रूप से एसी सिस्टम फिट किया गया। इस प्रक्रिया में वायरिंग का काम मानकों के अनुसार नहीं किया गया, जिससे अतिरिक्त लोड पड़ा और आग लग गई। इतना ही नहीं, बस का इमरजेंसी गेट भी नियमों के खिलाफ था और उसके सामने दो अतिरिक्त सीटें लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया था।
SIT की जांच जारी, अब तक 3 गिरफ्तारियां
इस मामले में SIT का गठन 14 अक्टूबर को किया गया था। अब तक बस मालिक तुराब अली, ड्राइवर शौकत और अब मनीष जैन को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह कार्रवाई मृतक पत्रकार राजेंद्र सिंह चौहान के भाई चंदन सिंह की रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
वर्कशॉप में खड़ी 66 बसें सीज
परिवहन विभाग ने 16 अक्टूबर को जैनम कोच फैक्ट्री पर छापा मारकर 66 तैयार और अधबनी बसों को सीज कर दिया। जांच में पाया गया कि इनमें से किसी भी बस में सुरक्षा मानकों की पूरी तरह पालना नहीं की गई थी। आदेश जारी किया गया है कि जांच पूरी होने तक इन बसों को छोड़ा नहीं जाएगा।
आरटीओ अधिकारियों पर गिरी गाज
प्रशासनिक स्तर पर भी कार्रवाई शुरू हो गई है। चित्तौड़गढ़ RTO कार्यालय के मोटर वाहन निरीक्षक सुरेंद्र सिंह गहलोत और दस्तावेज सत्यापनकर्ता चुन्नीलाल नागदा को निलंबित कर दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बस के रजिस्ट्रेशन और फिटनेस जांच में गंभीर लापरवाही की गई थी।
अब तक 24 की मौत, 10 घायल
इस भीषण हादसे में अब तक 24 यात्रियों की मौत हो चुकी है जबकि 10 लोग घायल हैं। एक घायल को इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है। मामले में अब भी SIT की जांच जारी है और अन्य जिम्मेदारों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
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