Anta By Election 2025: राजस्थान के बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर है। कुल 21 उम्मीदवारों के नामांकन के बीच असली मुकाबला तीन चेहरे केंद्र में हैं — कांग्रेस के दिग्गज प्रमोद जैन भाया, भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता मोरपाल सुमन, और निर्दलीय के तौर पर ताल ठोक रहे नरेश मीणा।
राजनीतिक विश्लेषकों के लिए भी यह मुकाबला किसी पहेली से कम नहीं है। नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 27 अक्टूबर है और माहौल लगातार बदलता दिख रहा है। आइए, इन तीनों उम्मीदवारों का डिक्लेरेशन बेस्ड तुलनात्मक विश्लेषण करते हैं।
संपत्ति का लेखा-जोखा
| उम्मीदवार | चल संपत्ति | अचल संपत्ति | पत्नी की कुल संपत्ति | वाहन | कर्ज |
| प्रमोद जैन भाया (कांग्रेस) | ₹4.53 करोड़ | ₹13.43 करोड़ | ₹38.23 करोड़ | खुद: जीप, कार पत्नी: 2 स्कॉर्पियो, फॉर्च्यूनर, बाइक |
₹4.84 करोड़ (कृषि लोन: ₹3.87 करोड़) |
| मोरपाल सुमन (भाजपा) | ₹45 लाख | ₹55 लाख | ₹25.28 लाख | बाइक, ट्रैक्टर, स्कॉर्पियो (12 मई 2025 को खरीदी) | ₹17.5 लाख |
| नरेश मीणा (निर्दलीय) | ₹33.11 लाख | ₹80 लाख | ₹62.93 लाख | स्कॉर्पियो, स्कूटी | कोई कृषि भूमि नहीं |
भाया सबसे अमीर
भाया सबसे अमीर हैं और उनकी पत्नी की संपत्ति उनसे भी अधिक है। नरेश मीणा आर्थिक रूप से मध्यम लेकिन स्थिर हैं। मोरपाल सुमन साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि से हैं।
शैक्षणिक योग्यता
| उम्मीदवार | शिक्षा |
| नरेश मीणा | स्नातक (राजस्थान कॉलेज, 2002) |
| प्रमोद जैन भाया | 12वीं पास (म.प्र. बोर्ड, 1981) |
| मोरपाल सुमन | 10वीं पास (राजस्थान बोर्ड, 1990) |
आपराधिक रिकॉर्ड
| उम्मीदवार | आपराधिक मामले |
| प्रमोद जैन भाया | कोई मामला नहीं |
| मोरपाल सुमन | कोई मामला नहीं |
| नरेश मीणा | 22 मामले लंबित |
व्यवसाय व आय स्रोत
| उम्मीदवार | व्यवसाय/आय स्रोत |
| प्रमोद जैन भाया | राजनीतिक/सामाजिक कार्य, कृषि, ब्याज, किराया |
| मोरपाल सुमन | कृषि, एलआईसी एजेंट, पूर्व प्रधान का मानदेय |
| नरेश मीणा | पेट्रोल पंप संचालक |
उम्र और सामाजिक समीकरण
| उम्मीदवार | उम्र | प्रमुख सामाजिक पहचान |
| प्रमोद जैन भाया | 60 वर्ष | जैन समुदाय, वरिष्ठ नेता |
| मोरपाल सुमन | 56 वर्ष | ओबीसी वर्ग, भाजपा का जमीनी कार्यकर्ता |
| नरेश मीणा | 46 वर्ष | मीणा समुदाय, युवा चेहरा |
त्रिकाकोणीय मुकाबला
अंता उपचुनाव 2025 एक त्रिकाकोणीय मुकाबले में बदल चुका है। कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया जहां धनबल और अनुभव के साथ मैदान में हैं। वहीं भाजपा ने स्थानीय कार्यकर्ता मोरपाल सुमन पर दांव खेला है। सबसे दिलचस्प मोड़ नरेश मीणा लाते हैं, जो युवा, पढ़े-लिखे हैं लेकिन 22 आपराधिक मामलों के कारण एक जोखिम भी हैं।


