Piyush Pandey Death News: विज्ञापन जगत के मशहूर क्रिएटिव डायरेक्टर और दिग्गज पीयूष पांडे का आज मुंबई में निधन हो गया। वे 70 वर्ष के थे। यह जानकारी प्रसिद्ध स्तंभकार सुहेल सेठ ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर साझा की। सुहेल ने लिखा कि “अपने सबसे प्रिय मित्र पीयूष पांडे जैसे प्रतिभाशाली व्यक्ति के निधन से बेहद दुखी और स्तब्ध हूं। भारत ने न केवल एक महान विज्ञापन प्रतिभा, बल्कि एक सच्चे देशभक्त और बेहतरीन सज्जन को खो दिया है। अअब स्वर्ग भी मिले ‘सुर मेरा तुम्हारा’ पर नाचेगा।
पीयूष पांडे ने 27 साल की उम्र में अपने विज्ञापन करियर की शुरुआत अपने भाई प्रसून पांडे के साथ की। उन्होंने 1982 में ओगिल्वी एंड माथर इंडिया (अब ओगिल्वी इंडिया) के साथ ट्रेनी अकाउंट एक्जीक्यूटिव के रूप में काम शुरू किया और बाद में रचनात्मक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई। उनके क्रिएटिव योगदान से भारतीय विज्ञापन जगत में क्रांति आई। पांडे के लिखे गए प्रमुख विज्ञापनों में शामिल हैं।
- “अबकी बार मोदी सरकार”
- “ठंडा मतलब कोका कोला”
- एशियन पेंट्स – “हर खुशी में रंग लाए”
- कैडबरी – “कुछ खास है”
- फेविकोल – प्रतिष्ठित ‘एग’ फिल्म
पीयूष पांडे ने अपनी प्रतिभा और रचनात्मक सोच से भारतीय विज्ञापन जगत की दिशा ही बदल दी। उन्हें 2016 में भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया।
Fevicol ka jod toot gaya. The ad world lost its glue today. Go well Piyush Pandey.
— Hansal Mehta (@mehtahansal) October 24, 2025
संस्मरण और श्रद्धांजलि
फिल्ममेकर हंसल मेहता ने भी पीयूष पांडे के निधन पर दुख व्यक्त किया और सोशल मीडिया पर लिखा, “फेविकल का जोड़ टूट गया। आड एड वर्ल्ड ने अपना ग्लू खो दिया।” पीयूष पांडे का जाना न केवल विज्ञापन जगत बल्कि पूरे भारत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।


