जिले में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से ‘सुगम्य बाड़मेर अभियान’ के तहत दो दिवसीय वार्षिक पैरा खेल महोत्सव का आयोजन 30 अक्टूबर को किया जाएगा। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि इस आयोजन का मकसद दिव्यांग खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच उपलब्ध कराना है।
जिले में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से ‘सुगम्य बाड़मेर अभियान’ के तहत दो दिवसीय वार्षिक पैरा खेल महोत्सव का आयोजन 30 अक्टूबर को किया जाएगा। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि इस आयोजन का मकसद दिव्यांग खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच उपलब्ध कराना है।
जिले में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए ‘सुगम्य बाड़मेर अभियान’ के तहत दो दिवसीय वार्षिक पैरा खेल महोत्सव का आयोजन 30 अक्टूबर को किया जाएगा। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांग खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर देना है।
उन्होंने बताया कि मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, जिला खेल अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) सभी खेल प्रतियोगिताओं की तकनीकी व्यवस्था, उपकरण और रेफरी की जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं विशेष शिक्षक दिव्यांग खिलाड़ियों को मार्गदर्शन, सहयोग और मनोबल प्रदान करेंगे। खिलाड़ियों की क्षमता के अनुसार उन्हें प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर दिया जाएगा, साथ ही आयोजन स्थल पर आवश्यक उपकरण और सहायता की पूरी व्यवस्था की जाएगी।
जिला कलेक्टर ने बताया कि मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी और प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को आयोजन स्थल पर प्राथमिक उपचार, सुरक्षा और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के उप निदेशक को पैरा गेम्स का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की जिम्मेदारी दी गई है। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि ‘सुगम्य बाड़मेर अभियान’ के तहत आयोजित होने वाले पैरा गेम्स 2025 के दौरान सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियां पूरी गंभीरता और समर्पण के साथ निभाएं।
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