तीसरी स्वर्ण खान की पुष्टि
भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के बाद पुष्टि हुई है कि कांकरिया गांव के आसपास लगभग 3 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में सोने का बड़ा भंडार मौजूद है। यह बांसवाड़ा की तीसरी सोने की खान होगी। जल्द ही यहां खनन लाइसेंस जारी कर खनन कार्य शुरू किया जाएगा। इससे पहले भी जिले के भूकिया और जगपुरिया क्षेत्रों में सोने की खानों की मौजूदगी की पुष्टि हो चुकी है।
पहले भी मिला था सोना
गौरतलब है कि भूकिया-जगपुरिया ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया पिछले साल पूरी हुई थी। रतलाम की एक फर्म को लाइसेंस मिला था, लेकिन फर्म द्वारा धरोहर राशि जमा नहीं कराने के कारण सरकार ने टेंडर रद्द कर दिया था। अब सरकार ने इन ब्लॉकों के लिए नई निविदाएं जारी की हैं। इन टेंडरों को 3 नवंबर को खोला जाएगा, और सबसे अधिक राजस्व प्रस्ताव देने वाली फर्म को खनन का लाइसेंस मिलेगा।
कितना है सोने का भंडार?
भूवैज्ञानिकों के अनुमान के अनुसार, कांकरिया क्षेत्र में लगभग 940.26 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 113.52 मिलियन टन स्वर्ण अयस्क मौजूद है। इसमें 222.39 टन सोने की धातु होने का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा, कांकरिया-गारा क्षेत्र में भी करीब 205 हेक्टेयर में 1.24 मिलियन टन अयस्क मिलने की संभावना जताई गई है।
उद्योग और रोजगार को नई दिशा
विशेषज्ञों का कहना है कि बांसवाड़ा में सोने की खदानें शुरू होने से इलेक्ट्रॉनिक, पेट्रोलियम, पेट्रोकेमिकल, बैटरी और एयरबैग जैसे उद्योगों में निवेश बढ़ेगा। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के हजारों अवसर पैदा होंगे और युवाओं को बड़े पैमाने पर फायदा मिलेगा।
देश में ‘गोल्ड हब’ बनने की राह पर बांसवाड़ा
राजस्थान में स्वर्ण खनन शुरू होने के बाद बांसवाड़ा देश के उन चार प्रमुख राज्यों में शामिल हो जाएगा, जहां सोने का खनन होता है। अनुमान है कि आने वाले वर्षों में यह जिला देश की कुल सोने की मांग का करीब 25% आपूर्ति करने की क्षमता रखेगा।
यह भी पढ़ें: कांग्रेस की नई रणनीति, अब पार्टी ढूंढेगी कुछ ‘खास’ चेहरे! अगले माह होगा आगाज; जानें क्या है खास प्लान
1. बांसवाड़ा में सोने का खजाना कहां मिला है?
सोने का नया भंडार राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के घाटोल क्षेत्र के कांकरिया गांव में मिला है। भूवैज्ञानिकों को लगभग 3 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में स्वर्ण अयस्क के बड़े भंडार के संकेत मिले हैं।
2. बांसवाड़ा में अब तक कितनी सोने की खदानें मिली हैं?
कांकरिया के साथ यह तीसरी स्वर्ण खान है। इससे पहले जिले के भूकिया और जगपुरिया क्षेत्रों में भी सोने की खदानों की आधिकारिक पुष्टि हो चुकी है।
3. इस बार कितना सोना मिलने का अनुमान है?
भूवैज्ञानिकों के अनुसार, कांकरिया क्षेत्र में करीब 113.52 मिलियन टन स्वर्ण अयस्क है, जिसमें लगभग 222.39 टन सोने की धातु होने का अनुमान लगाया गया है।
4. खनन प्रक्रिया कब शुरू होगी?
सरकार जल्द ही माइनिंग लाइसेंस जारी करने जा रही है। फिलहाल, टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद नवंबर के पहले सप्ताह में लाइसेंस जारी किए जाने की संभावना है।
5. सोने की खदानों से स्थानीय लोगों को क्या फायदा होगा?
इन खदानों के शुरू होने से क्षेत्र में उद्योग, निवेश और रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे। विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक, पेट्रोलियम, पेट्रोकेमिकल, बैटरी और एयरबैग जैसे उद्योगों में निवेश बढ़ेगा, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार और जिले की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।


