Rajasthan Nagar Nigam Election Postponed: राजस्थान में पंचायती राज और स्थानीय निकायों के चुनाव एक बार फिर आगे बढ़ गए हैं। पहले दिसंबर 2025 तक चुनाव कराने की बात कही गई थी, लेकिन अब फरवरी 2026 से पहले किसी भी स्तर पर चुनाव नहीं होंगे।
चुनाव आयोग ने शुरू किया मतदाता सूची पुनरीक्षण
देश के 12 राज्यों में, जिनमें राजस्थान भी शामिल है, मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 28 अक्टूबर से शुरू हुई यह प्रक्रिया फरवरी 2026 तक चलेगी। इस दौरान नई मतदाता सूचियां तैयार की जाएंगी और पुराने रिकॉर्ड अपडेट किए जाएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक, जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक किसी भी प्रकार का चुनाव कराना संभव नहीं है।
नई मतदाता सूची के बाद ही चुनाव संभव
मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद ही चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा। यानी अब पंचायत, नगर निगम और नगर परिषदों के चुनाव फरवरी 2026 के बाद ही संभव हैं। इस देरी की वजह से राज्यभर में स्थानीय स्वशासन संस्थाओं में प्रशासक प्रणाली लागू करनी पड़ी है।
11 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों में कार्यकाल पूरा
प्रदेश की 11,000 से अधिक ग्राम पंचायतों में सरपंचों का कार्यकाल पूरा हो चुका है। राज्य सरकार ने फिलहाल उन्हीं सरपंचों को अस्थायी प्रशासक बनाकर पंचायतों का कामकाज संभालने का निर्देश दिया है। वहीं जयपुर, जोधपुर और कोटा नगर निगमों में दो दिन पहले ही संभागीय आयुक्तों को प्रशासक नियुक्त किया गया है। अब कई पंचायत समितियों और जिला परिषदों का कार्यकाल भी जल्द खत्म होने वाला है, जिनमें नए प्रशासकों की नियुक्ति के आदेश जारी होने की संभावना है।
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