राजस्थान में मौसम एक बार फिर करवट ले चुका है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के असर से कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। राजधानी जयपुर में लगातार चौथे दिन आसमान बादलों से ढका रहा।
सुबह से रुक-रुक कर हल्की फुहारें पड़ती रहीं और ठंडी हवाओं ने सर्दी का अहसास बढ़ा दिया। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिनों तक दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
जयपुर में तापमान 5.7 डिग्री लुढ़का
जयपुर में बुधवार और गुरुवार को बादलों ने आसमान पर डेरा जमाए रखा। सुबह के समय हल्की धुंध छाई रही, वहीं दिनभर रुक-रुककर बूंदाबांदी होती रही।
ठंडक बढ़ने के कारण दोपहिया वाहन सवार गर्म कपड़ों में नजर आए, जबकि स्कूली बच्चे सर्दियों की यूनिफॉर्म पहनकर घरों से निकले।
धुंध के चलते वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर सफर करना पड़ा। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.7 डिग्री कम 26.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बारिश और ठंडी हवाओं के चलते पिछले चार दिनों में तापमान में करीब 9 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।

मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि फिलहाल दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश जारी है।
हालांकि, आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि उदयपुर और कोटा संभाग सहित आसपास के जिलों में अगले 4 से 5 दिन तक बादल छाए रहेंगे और रुक-रुककर बरसात का सिलसिला जारी रहेगा।
वहीं, पश्चिमी राजस्थान में 31 अक्टूबर से मौसम शुष्क रहने की संभावना है, जहां अगले तीन से चार दिनों तक बारिश नहीं होगी।
14 से ज्यादा जिलों में बारिश की आशंका
मौसम विभाग ने गुरुवार और शुक्रवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सलूंबर, सवाई माधोपुर, टोंक और उदयपुर जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
वहीं, नागौर, बाड़मेर, जालौर, जोधपुर, पाली, अजमेर, सिरोही, झुंझुनू, सीकर, जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर और करौली जिलों में अगले 24 घंटों के भीतर मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
तापमान में और कमी आने के आसार
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। नवंबर के पहले सप्ताह में अधिकतम तापमान 7 से 8 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जाने की संभावना है।
विभाग ने लोगों को सुबह और शाम के समय ठंडी हवाओं से बचाव के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है। बारिश से राज्य के कई इलाकों में फसलों को जरूरी नमी मिली है, जिससे किसानों ने राहत की सांस ली है।
हालांकि, हाड़ौती क्षेत्र के बूंदी जिले में लगातार हल्की बारिश के चलते खेतों में पानी भरने की स्थिति बन गई है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटों तक राज्य के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज बदला रह सकता है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में ठंडी हवाएं और रात के तापमान में गिरावट महसूस की जाएगी।
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