Anta Bypoll : अंता विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे नरेश मीणा को धमकी भरा पत्र भेजा गया है, जिसमें उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की सख्त चेतावनी दी गई है। यह धमकी ‘गैंगस्टर रोहित गोदारा’ के नाम से भेजी गई चिट्ठी स्पीड पोस्ट के माध्यम से नरेश के चुनावी मुख्यालय पर पहुंची और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
क्या लिखा था पत्र में?
पत्र में लिखा है कि “तेरा बेटा नरेश मीणा अंता से चुनाव लड़ रहा है। नरेश मीणा या परिवार में से एक को खत्म करने की एक करोड़ की सुपारी मिली है। तू 10 लाख मेरे शूटर तक पहुंचा दे, तो सुपारी छोड़ दूंगा। वरना 2 तारीख के बाद कत्लेआम करना ही पड़ेगा। तेरा बेटा हारे या जीते, उसे मारना ही पड़ेगा… पुलिस से दूर रहना, परिवार को बचाना है तो।” पत्र में साफ-साफ 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई है और भुगतान न होने पर 2 तारीख के बाद गोलीकांड/हत्या की धमकी दी गई है।
समर्थकों ने तुरंत सुरक्षा की मांग की
नरेश मीणा के समर्थकों और मीडिया प्रभारी राकेश भैंसला ने इस पत्र की पुष्टि की है और इसे गम्भीर बताया है। जैसे ही यह खबर सामने आई, समर्थकों ने राज्य सरकार और स्थानीय पुलिस प्रशासन से तत्काल जांच और नरेश मीणा को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ प्रत्याशी पर नहीं बल्कि पूरे चुनावी माहौल पर असर डाल सकता है।
चुनावी पृष्ठभूमि और संभावित षडयंत्र
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस पत्र की स्वतंत्र रूप से सत्यापन अभी शेष है। वहीं कुछ राजनीतिक हलकों और समर्थकों का मानना है कि यह एक चुनावी षड्यंत्र भी हो सकता है, जिसका उद्देश्य नरेश मीणा की छवि को धक्का देना या उन्हें भयभीत करना हो सकता है। गौरतलब है कि नरेश मीणा कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार बने हैं और उन्हें आम आदमी पार्टी का भी समर्थन मिल चुका है। उनकी लोकप्रियता विशेषकर युवाओं और मीणा समुदाय में मजबूत बताई जाती है, जिससे त्रिकोणीय मुकाबला और भी संवेदनशील हो गया है।
पुलिस को सूचना, जांच जारी
परिवार और समर्थकों ने उक्त पत्र की सूचना पुलिस को दे दी है। पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की है और स्पीड पोस्ट के ट्रैक रिकॉर्ड तथा चिट्ठी पर मौजूद अन्य साक्ष्यों का परीक्षण कर रही है।
चुनाव कैलेंडर
अंता उपचुनाव 11 नवंबर को होना है और मतगणना 14 नवंबर को निर्धारित है। नरेश मीणा की भागीदारी ने पहले ही चुनावी समीकरण बदल दिए हैं। कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया और भाजपा के मोरपाल के साथ उनका ट्रायेंगुलर मुकाबला रोचक बना हुआ है।


 
                                    