Didwana News: राजस्थान के डीडवाना जिले में मकराना–मंगलाना रोड पर स्थित टोल प्लाजा शनिवार को बंद कर दिया गया। टोल संचालित करने वाली कंपनी ने यह कदम लगातार हो रहे आर्थिक नुकसान के चलते उठाया है। टोल प्रबंधक शंकर चौधरी ने बताया कि पीडब्ल्यूडी ने आरडी देवंदा कंपनी को प्रतिदिन ₹1,10,000 के हिसाब से एक वर्ष के लिए टोल संचालन का ठेका दिया था। इसके तहत 26 जुलाई 2025 से टोल वसूली शुरू की गई।
विरोध के बाद स्थानीय वाहनों को मिली छूट
टोल शुरू होते ही स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधियों ने कड़ा विरोध किया। मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत, परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया और क्षेत्रीय नेताओं के नेतृत्व में प्रदर्शन हुए। दबाव के बाद टोल से 10 किमी दायरे में आने वाले वाहनों को टोल मुक्त करने का समझौता हुआ।
चौधरी के अनुसार, स्थानीय छूट के बाद आय में भारी कमी आई और अक्टूबर माह में ही लगभग ₹22 लाख का नुकसान हो गया। रोजाना ₹70,000–₹80,000 की हानि के चलते कंपनी के उच्चाधिकारियों ने टोल संचालन बंद करने के निर्देश दिए। इसके बाद शनिवार सुबह बैरिकेडिंग हटा दी गई और टोल पूरी तरह बंद कर दिया गया।
‘जनता की जीत’
टोल बंद होने के बाद मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यह जनता की जीत है। उन्होंने दावा किया कि यह टोल नियम विरुद्ध लगाया गया था और उनके विरोध के बाद ही स्थानीय वाहनों को राहत मिली।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई नई कंपनी टोल फिर से चालू करने का प्रयास करती है, तो उसे भी स्थानीय वाहनों को छूट देनी होगी, अन्यथा फिर से बड़े स्तर पर विरोध किया जाएगा।
अब आगे क्या?
फिलहाल टोल प्लाजा बंद है और पीडब्ल्यूडी तथा कंपनी के बीच आगे की बातचीत का इंतजार है। स्थानीय निवासियों और वाहन चालकों को तत्काल राहत मिल गई है, वहीं प्रशासन के लिए स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
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