Anta By Election: अंता विधानसभा उपचुनाव से पहले राजनीतिक माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री अशोक चांदना को ‘चांदनी’ कहकर संबोधित किया, जिसके बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं के समर्थक आमने-सामने आ गए हैं और आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।
त्रिकोणीय मुकाबले में बढ़ी सियासी तल्खी
अंता विधानसभा सीट पर इस महीने उपचुनाव होना है। मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा, कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया और बीजेपी उम्मीदवार मोरवाल सुमन हैं। परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है, लेकिन मीणा के बयान ने चुनावी समीकरणों में हलचल पैदा कर दी है। माना जा रहा है कि बयान से गुर्जर मतदाताओं में नाराज़गी बढ़ सकती है, क्योंकि अशोक चांदना गुर्जर समाज से आते हैं और उनकी पकड़ इस क्षेत्र में मजबूत मानी जाती है।
मीणा और विवादों का पुराना रिश्ता
नरेश मीणा पहले भी विवादों में रह चुके हैं। राजनीतिक बयानबाज़ी और टकरावों के चलते उनका नाम कई बार सुर्खियों में रहा है। बताया जाता है कि पिछले दिनों विवादित मामलों में उन्हें करीब नौ महीने जेल में भी रहना पड़ा था। चुनावी समय में उनके इस बयान ने विपक्ष को हमला करने का नया मौका दे दिया है।
‘अशोक चांदनी’ टिप्पणी से बढ़ा तनाव
पीपलोदी हादसे को लेकर किए गए सवाल पर नरेश मीणा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “उस अशोक चांदनी से कहना है, कांग्रेस ने क्या किया?” उनकी इस टिप्पणी के बाद कांग्रेस समर्थकों ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। वहीं चांदना इन दिनों अंता में कांग्रेस के लिए सक्रिय चुनाव प्रचार कर रहे हैं, ऐसे में यह बयान सीधे तौर पर उन पर राजनीतिक हमला माना जा रहा है।
अब क्या होगा चुनावी असर?
फिलहाल सोशल मीडिया पर दोनों पक्ष आमने-सामने हैं और माहौल लगातार गर्माता जा रहा है। अब देखना होगा कि यह विवाद मीणा के लिए नुकसानदायक साबित होता है या फिर यह बयानबाज़ी उन्हें राजनीतिक लाभ पहुंचाती है।
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