भारतमाला एक्सप्रेसवे पर रविवार (2 नवंबर) की रात हुए भीषण हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन और एनएचएआई की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठे हैं। बताया गया कि यह दुर्घटना सड़क किनारे बने अवैध ढाबे पर खड़े ट्रेलर से टकराने के कारण हुई, जिसमें एक दर्जन से अधिक लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि एनएचएआई अधिकारियों की जानकारी में होने के बावजूद ऐसे अवैध ढाबों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह लापरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ रही है।
सांसद ने की कठोर कार्यवाही की मांग
सांसद बेनीवाल ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से आग्रह किया कि भारतमाला परियोजना के तहत निर्मित इस एक्सप्रेसवे पर अवैध ढाबों के संचालन के लिए जिम्मेदार एनएचएआई अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी लापरवाही अस्वीकार्य है। घटना की जानकारी मिलते ही सांसद ने पार्टी कार्यकर्ताओं को तुरंत राहत और सहायता कार्य के लिए मौके पर भेजा।
बेनीवाल का सवाल- क्या ट्रॉमा सेंटर ऑपरेशनल था?
सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि भारतमाला एक्सप्रेसवे पर नियमानुसार निश्चित दूरी पर ट्रॉमा सेंटर होना अनिवार्य है। ऐसे में एनएचएआई को स्पष्ट करना चाहिए कि हादसे वाली जगह से निकटतम ट्रॉमा सेंटर कितनी दूरी पर था और क्या वह चालू अवस्था में है या नहीं। उन्होंने कहा कि यदि निर्धारित दूरी में ट्रॉमा सेंटर मौजूद नहीं था या संचालन में लापरवाही बरती गई, तो इसकी जवाबदेही संबंधित विभाग और अधिकारियों की तय की जानी चाहिए।
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