Phalodi Bus Accident: राजस्थान के फलोदी में भारतमाला एक्सप्रेस-वे पर हुए भीषण सड़क हादसे के तीन खास वजह सामने आई हैं। ओवरस्पीड, ओवरटेक और हाईवे किनारे अवैध ढाबों पर खड़े ट्रेलर इस दर्दनाक दुर्घटना की वजह बने। रविवार शाम हनुमान सागर के पास खड़े ट्रेलर में मिनी बस (टेंपो ट्रैवलर) के घुसने से 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हैं।
हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोग जोधपुर के सूरसागर के नैनची बाग इलाके के निवासी थे और बीकानेर जिले के कोलायत से लौट रहे थे। तुलसी एकादशी पर दीपों से जगमग होना था मोहल्ला, लेकिन इस हादसे ने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया।
कैसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टेंपो ट्रैवलर तेज रफ्तार में था। हाइवे पर अधिकतम गति सीमा 130 किमी/घंटा है और माना जा रहा है कि वाहन इसी स्पीड के आसपास चल रहा था। ड्राइवर ओवरटेक की कोशिश में थे और अंधेरा होने के कारण हाईवे किनारे खड़ा ट्रेलर दिखाई नहीं दिया, जिससे यह भीषण टक्कर हुई।
अवैध ढाबे बने मौत का कारण
भारतमाला हाइवे पर जगह-जगह बिना अनुमति के ढाबे और वहां खड़े ट्रक-ट्रेलर हादसे की बड़ी वजह बताए जा रहे हैं। रविवार की शाम भी ट्रेलर सड़क पर खड़ा छोड़ा गया था और चालक ढाबे में चला गया था, जो लोगों के लिए मौत बन गया।
मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल
हादसे में महिलाओं और बच्चों समेत 15 लोगों की जान गई है। जिसमें गोती देवी (50), सज्जन कंवर (60), टीना (40), दिशू (6), उर्मिला (55), पुंज उर्फ प्रणब (10), दिव्या (23), मीना (53), फतेह पूरी (32), मधु (45), रुद्राक्ष, सानिया (32), गीता (50), कुश सांखला और रामेश्वरी पत्नी मूलाराम।
जांच जारी
प्रशासन ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और अवैध ढाबों व खड़े ट्रेलरों पर कार्रवाई के संकेत दिए हैं। हादसे ने एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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