रूस में लापता लक्ष्मणगढ़ (अलवर) निवासी एमबीबीएस छात्र अजीत सिंह चौधरी की मृत्यु की पुष्टि हो गई है। करीब 19 दिन पहले लापता हुए अजीत की मौत की खबर से परिवार शोक में है। शव को भारत लाने के लिए विदेश मंत्रालय ने प्रक्रिया तेज कर दी है। जानकारी के अनुसार, कफनवाड़ा गांव निवासी अजीत वर्ष 2023 से रूस के उफा स्थित बश्किर स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। 19 अक्टूबर को वह हॉस्टल से दूध लेने निकला था और आधे घंटे में लौटने की बात कहकर गया था, लेकिन इसके बाद वह वापस नहीं लौटा।
बांध में मिला छात्र का शव
गुरुवार को रूस स्थित भारतीय दूतावास ने परिजनों को सूचित किया कि लापता छात्र अजीत चौधरी का शव एक बांध से बरामद हुआ है। अजीत की पहचान वहां मौजूद सहपाठियों ने की है। फिलहाल, भारतीय विदेश मंत्रालय रूस सरकार के साथ समन्वय कर रहा है ताकि पोस्टमार्टम की औपचारिकताओं के बाद शव को भारत लाने की प्रक्रिया पूरी की जा सके। अनुमान है कि अजीत का पार्थिव शरीर दो से तीन दिनों में भारत पहुंचाया जा सकेगा।
पिता-दादा की आंखों से छलके आंसू
गौरतलब है कि अजीत चौधरी के लापता होने के बाद रूस में उसकी तलाश तेज करने की मांग को लेकर जाट समाज और क्षेत्रवासियों ने एक बैठक आयोजित की थी, जिसमें कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। लेकिन जब अजीत की मृत्यु की सूचना गांव पहुंची, तो माहौल गमगीन हो गया। बेटे की मौत की खबर सुनते ही पिता और दादा की आंखों से आंसू थम नहीं पाए, जिन्हें परिजनों और ग्रामीणों ने ढांढस बंधाया।
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