13.6 C
Jaipur
Monday, December 1, 2025

अंता उपचुनाव: भजनलाल सरकार के लिए ‘अग्निपरीक्षा’, क्या कमल फिर खिलेगा या कांग्रेस देगी चौंकाने वाला झटका?

OP-EDअंता उपचुनाव: भजनलाल सरकार के लिए ‘अग्निपरीक्षा’, क्या कमल फिर खिलेगा या कांग्रेस देगी चौंकाने वाला झटका?

Anta By Election 2025: राजस्थान की सियासत में इस वक्त सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोर रही है बारां जिले की अंता विधानसभा सीट। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार बनने के बाद यह उपचुनाव उनके लिए एक बड़ा राजनीतिक टेस्ट माना जा रहा है। 11 नवंबर को यहां मतदान होगा और 14 नवंबर को नतीजे सामने आएंगे। सवाल बड़ा है — क्या भाजपा अपने जीत के सिलसिले को बरकरार रख पाएगी या कांग्रेस कोई उलटफेर कर देगी?

कैसे खाली हुई सीट

अंता सीट पर उपचुनाव की नौबत तब आई, जब पूर्व भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा लोकसभा चुनाव जीतने के बाद एक पुराने मामले में सजा पा गए। उनकी सदस्यता रद्द हुई और सीट खाली हो गई। 2023 विधानसभा चुनाव में कंवरलाल मीणा ने कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया को 5861 वोटों से हराया था।

Image

बीजेपी का दांव: मोरपाल सुमन पर भरोसा

भाजपा ने इस बार स्थानीय चेहरा मोरपाल सुमन को टिकट दिया है। सुमन बारां पंचायत समिति के प्रधान हैं और वसुंधरा राजे के करीबी माने जाते हैं। पार्टी में उत्साह चरम पर है। सीएम भजनलाल शर्मा और वसुंधरा राजे दोनों ने 6 नवंबर को मांगरोल में रोड शो किया। सीएम भजनलाल ने कहा — “मोदी की गारंटी और हमारी सरकार के काम पर जनता भरोसा करती है। युवाओं को 4 लाख नौकरियां दी जाएंगी।” वहीं वसुंधरा राजे ने नारा दिया — “धनबल पर जनबल की जीत होगी।”

कांग्रेस का कार्ड: फिर प्रमोद जैन भाया

कांग्रेस ने एक बार फिर प्रमोद जैन भाया पर भरोसा जताया है। दो बार विधायक रह चुके भाया के सामने सबसे बड़ी चुनौती ‘बाहरी’ छवि की है। सचिन पायलट ने अंता में मोर्चा संभालते हुए कहा — “अंता का असली विकास कांग्रेस के शासन में हुआ। बीजेपी में गुटबाजी है और जनता बदलाव चाहती है।” उन्होंने कंवरलाल मीणा की सजा को लेकर भाजपा पर निशाना भी साधा।

Image

तीसरा कोण: निर्दलीयों का खेल

इस बार मुकाबला त्रिकोणीय दिख रहा है। निर्दलीय नरेश मीणा मैदान में हैं। नरेश मीणा को पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का समर्थन मिला है, जिससे चुनाव में राष्ट्रीय रंग चढ़ गया है।

जातीय समीकरण क्या कहते हैं

अंता में 2.27 लाख वोटर हैं, जिनमें 8,540 नए मतदाता हैं। माली, मीणा, मुस्लिम और एससी वोटर निर्णायक भूमिका में रहेंगे। मतदान के लिए 268 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं।

थप्पड़बाज नरेश मीणा फिर फंसे, अब बूंदी में दर्ज हुआ केस, जानें कहां और क्या  बोल गए, किस समाज को किया आहत?

बीजेपी के आत्मविश्वास की वजह

2024 के उपचुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 7 में से 5 सीटें जीती थीं — झुंझुनूं, खींवसर, देवली-उनियारा, सलूंबर और रामगढ़। भाजपा का वोट शेयर 15% बढ़ा था। यही प्रदर्शन पार्टी को अंता में भी आत्मविश्वास दे रहा है। मोदी मैजिक, भजनलाल की लोकप्रियता और वसुंधरा का प्रभाव मिलकर भाजपा के पक्ष में माहौल बना सकते हैं।

कांग्रेस की मुश्किलें

कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है आंतरिक कलह और स्थानीय स्तर पर असंतोष। प्रमोद भाया की ‘बाहरी’ छवि और निर्दलीयों की काट से पार्टी को नुकसान का अंदेशा है।

यह भी पढ़ें: गरीब परिवार के बच्चे के लिए बेहतर शिक्षा का सपना कैसे पूरा होगा? स्कूल फीस का यह अंतर चौंकाने वाला

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles