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Monday, December 1, 2025

अंता उपचुनाव के बाद वसुंधरा राजे ने कहा ‘थैंक्यू’, अब 14 नवंबर को तय होगा भविष्य

Newsअंता उपचुनाव के बाद वसुंधरा राजे ने कहा ‘थैंक्यू’, अब 14 नवंबर को तय होगा भविष्य

Vasundhara Raje in Anta: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया (Vasundhara Raje) भाजपा उम्मीदवार मोरपाल सुमन (Morpal Suman) को अंता विधानसभा उपचुनाव (Anta By Election 2025) में जीत दिलाने के लिए लगातार आठ दिनों तक बारां में डटी रहीं। इस दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) ने भी दो रोड शो कर माहौल गरमाया। अब पूरे प्रदेश की नजरें 14 नवंबर को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं। मतदान खत्म होने के बाद वसुंधरा राजे ने एक वीडियो संदेश जारी कर कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का आभार जताया है।

8 दिन का ‘सियासी वॉर रूम’

वसुंधरा राजे ने इन आठ दिनों में अंता और बारां की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी। उन्होंने न केवल बूथ लेवल पर पन्ना प्रमुखों और कार्यकर्ताओं की बैठकें लीं, बल्कि पार्टी के अंदर नाराज नेताओं से वन-टू-वन मुलाकातें भी कीं। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, इस बार भाजपा प्रत्याशी की जीत या हार सीधे तौर पर राजे के ‘माइक्रो-मैनेजमेंट’ और उनकी मेहनत पर निर्भर करेगी। उनके साथ बेटे और सांसद दुष्यंत सिंह भी पूरे समय मौजूद रहे। यह चुनाव प्रचार केवल मंचीय भाषणों तक सीमित नहीं था बल्कि राजे ने ग्रासरूट स्तर तक संगठन को एक्टिव करने का काम किया।

नाराज नेताओं को मनाने का मिशन

पूर्व मुख्यमंत्री ने उन नेताओं से भी मुलाकात की जो चुनावी नाराजगी के कारण सक्रिय नहीं थे।
सूत्रों के मुताबिक, राजे की पहल से कई रूठे नेता दोबारा पार्टी के साथ आए, जिससे भाजपा का स्थानीय संगठन एकजुट हुआ। अगर भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन को जीत मिलती है, तो यह राजे की रणनीति और उनकी सियासी पकड़ का सीधा प्रमाण माना जाएगा।

क्या लौटेगा राजे का प्रभाव?

अंता उपचुनाव का परिणाम अब केवल एक सीट की जीत या हार नहीं रहेगा, बल्कि यह तय करेगा कि वसुंधरा राजे का राजस्थान की सियासत में प्रभाव अभी बरकरार है या नहीं। चौपालों से लेकर सोशल मीडिया तक चर्चा है कि — “अगर अंता में कमल खिला तो यह राजे की सियासी पुनर्स्थापना की शुरुआत होगी।” फिलहाल, अब नतीजों का बेसब्री से इंतजार है। 14 नवंबर को ईवीएम खुलते ही यह साफ हो जाएगा कि राजे की मेहनत का सियासी फल कौन खाता है पार्टी या विपक्ष।

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