राजस्थान में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) को लेकर राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। कांग्रेस ने मतदाता सूची से वोट काटे जाने का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन पर निशाना साधा है। वहीं, जयपुर प्रशासन ने तुरंत फैक्ट चेक जारी कर कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताया है।
वोट काटने की साजिश, संविधान पर हमला
कांग्रेस ने 18 नवंबर की शाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट कर आरोप लगाया कि बीएलओ बिना घर आए और बिना फॉर्म दिए पूरे परिवार के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा रहे हैं।
कांग्रेस ने इसे संविधान पर हमला बताते हुए कहा कि “SIR का खेल चल रहा है और टारगेट करके नाम काटे जा रहे हैं।” पार्टी ने आरोप लगाया कि पूछने पर गलत जानकारी दी जा रही है और यह मताधिकार पर सीधा प्रहार है।
यह सिर्फ प्रारंभिक सर्वे
कांग्रेस के आरोपों के बाद जयपुर जिला कलेक्टर एवं मजिस्ट्रेट ने तुरंत फैक्ट चेक जारी किया और पूरी प्रक्रिया स्पष्ट की। प्रशासन के अनुसार अभी तक किसी भी मतदाता का नाम अंतिम रूप से नहीं हटाया गया है। यह केवल प्रारंभिक सर्वेक्षण (door-to-door verification) का हिस्सा है। गणना प्रपत्र (फॉर्म) भरने की प्रक्रिया 4 दिसंबर तक जारी रहेगी। प्रशासन ने कहा कि बीएलओ कई घरों में दो बार विजिट कर चुके हैं, पर लोग अनुपस्थित मिले। अब तीसरी विजिट की जाएगी। यदि अंतिम विजिट में लोग मिलते हैं तो मौके पर ही फॉर्म भरवाया जाएगा।
दिसंबर को आएगी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट
जयपुर प्रशासन ने आगे बताया 9 दिसंबर 2025 को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होगी। इसके बाद 9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026 तक नाम जोड़ने, नाम हटाने, या किसी भी त्रुटि को सुधारन के लिए ईआरओ के सामने सुनवाई होगी। मतदाताओं के लिए ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरने का विकल्प भी उपलब्ध है।

