जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के अति–सुरक्षित सिविल लाइंस इलाके से गुरुवार सुबह एक बड़ी और चौंकाने वाली घटना सामने आई। राज्य के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत के सरकारी आवास के अंदर तेंदुए (Leopard) के घुसने की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में अफरा–तफरी मच गई। मामला वीवीआईपी ज़ोन का होने के कारण सुरक्षा एजेंसियों से लेकर वन विभाग तक तुरंत अलर्ट मोड पर आ गए। फिलहाल वन विभाग की टीम ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ लिया है।
CCTV में कैद फुटेज
घटना सुबह करीब 8:30 बजे की बताई जा रही है। बंगले के स्टाफ ने परिसर के अंदर एक तेंदुए को घूमते देखा। इसकी पुष्टि सीसीटीवी फुटेज में हुई, जिसके बाद तुरंत वन विभाग और जयपुर पुलिस को सूचना भेजी गई।
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर तेंदुए की लोकेशन ट्रैक कर रही है। जानकारी के अनुसार तेंदुआ लगातार मूवमेंट कर रहा था। एक जगह न रुकने से ट्रेंक्यूलाइज करना मुश्किल हो गया था। वन विभाग की टीम की ओर से घरों में रहने की अपील की गई थी। मीडिया और आम लोगों को दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए। तेंदुए को पकड़ने के लिए 1 घंटे तक अभियान चलाया। जिसके बाद काफी मशक्कत के बाद उसे वन विभाग की गाड़ी में ट्रैंकुलाइज किया गया और शहर से दूर ले जाया जा रहा है।
वीवीआईपी ज़ोन में वाइल्डलाइफ इंट्री
सिविल लाइंस जयपुर का सबसे सुरक्षित इलाका माना जाता है, जहां मंत्रियों और विधायकों के आवास ,मुख्यमंत्री निवास भी बेहद नज़दीक है। ऐसे हाई सिक्योरिटी एरिए में तेंदुए का पहुंच जाना सुरक्षा सिस्टम पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
अरावली से जुड़ा मूवमेंट
विशेषज्ञों के अनुसार, यह क्षेत्र अरावली की पहाड़ियों से बहुत दूर नहीं है और शहरी विस्तार, हरियाली में कमी और वाइल्डलाइफ कॉरिडोर के टूटने के कारण ऐसे वन्यजीव अक्सर शहरों की ओर भटक जाते हैं।
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