राजस्थान की राजनीति में आज का दिन खास महत्व रखता है। बारां जिले की अंता सीट से कांग्रेस विधायक चुने गए प्रमोद जैन भाया 25 नवंबर को सुबह 11 बजे विधानसभा भवन स्थित स्पीकर के कक्ष में विधायक पद की शपथ लेंगे।
उनके शपथ लेने के साथ ही 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस की आधिकारिक संख्या में एक सदस्य और बढ़ेगा, जिसे पार्टी के लिए राजनीतिक मजबूती के रूप में देखा जा रहा है।
विधानसभा में कौन दिलाएगा शपथ?
अंता से नवनिर्वाचित विधायक प्रमोद जैन भाया 25 नवंबर को विधानसभा में पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे, जिसे स्पीकर वासुदेव देवनानी दिलाएंगे। शपथ के साथ ही भाया सदन में अपने क्षेत्र का औपचारिक प्रतिनिधित्व शुरू कर देंगे।
उनके शामिल होने से कांग्रेस की संख्या शक्ति बढ़ेगी और इससे विपक्ष की रणनीति को भी मजबूती मिलेगी, क्योंकि भाया की मौजूदगी सदन में सत्ता पक्ष पर दबाव बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है।
विपक्ष के बड़े नेता होंगे मौजूद
कांग्रेस इस शपथ ग्रहण को अपनी एकजुटता प्रदर्शित करने के महत्वपूर्ण अवसर के रूप में देख रही है। समारोह में पार्टी के वरिष्ठ नेता और कई विधायक मौजूद रहेंगे, जबकि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली विशेष रूप से हिस्सा लेंगे।
माना जा रहा है कि भाया का अनुभव न केवल सदन की बहसों में नई मजबूती जोड़ेगा, बल्कि विपक्ष की रणनीति को भी और प्रभावी बनाएगा।

प्रमोद जैन भाया का बढ़ता कद
प्रमोद जैन भाया राजस्थान की राजनीति में एक अनुभवी और प्रभावशाली नेता रहे हैं। वे कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में खान और गोपालन जैसे अहम विभाग संभाल चुके हैं।
अंता से उनकी जीत कांग्रेस के लिए खास मायने रखती है, खासकर वर्तमान में भाजपा सरकार होने के बीच। माना जा रहा है कि उनके सदन में आने से सत्ता पक्ष को खनन मामलों और पूर्व सरकार की नीतियों पर अधिक तीखे और सुसंगत सवालों का सामना करना पड़ेगा।
विधानसभा में बदलता राजनीतिक गणित
हाल ही में हुए उपचुनावों और राजनीतिक घटनाक्रमों के चलते राजस्थान विधानसभा का संख्या संतुलन लगातार बदलता रहा है। ऐसे में अंता से प्रमोद जैन भाया के शपथ लेने के बाद कांग्रेस की स्थिति सदन में और सुदृढ़ होगी।
सदस्य संख्या बढ़ने से पार्टी को न सिर्फ विधायी गतिविधियों में अधिक प्रभाव दिखाने का अवसर मिलेगा, बल्कि महत्वपूर्ण विधेयकों पर अपनी बात और मजबूती से रखने की क्षमता भी बढ़ जाएगी।