जमशेदपुर/रांची, नौ जून (भाषा) झारखंड के गोड्डा जिले में नाबालिग के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को लेकर प्रदेश की झामुमो नीत सरकार पर निशाना साधते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवर दास ने दावा किया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्वाचन क्षेत्र में भी आदिवासी लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं और उन्होंने इस घटना पर उनकी ‘चुप्पी’ पर भी सवाल उठाया।
गोड्डा जिले के सुंदर पहाड़ी थाना क्षेत्र में रविवार को शौच के लिए बाहर गयी 17 वर्षीय आदिवासी लड़की के साथ कथित तौर पर 10 लोगों ने बलात्कार किया। अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
प्रदेश में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने कहा कि यह घटना दिल दहला देने वाली है, और इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए। उसने कहा कि आरोपियों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा और कानून दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित करेगा।
झामुमो ने इसके साथ ही दास पर ‘‘ऐसे संवेदनशील मामले का राजनीतिकरण करके एक नए निम्न स्तर पर गिरने’’ का आरोप लगाया।
दास ने कहा कि सुंदर पहाड़ी इलाका मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बरहेट के अंतर्गत आता है।
पूर्व मुख्यमंत्री दास ने एक बयान में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में एक नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना भयानक है और राज्य इस घटना से शर्मिंदा है।’’
दास ने इस घटना पर सोरेन की ‘‘चुप्पी’’ पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया, ‘‘यह राज्य के लोगों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि आदिवासी मुख्यमंत्री द्वारा शासित राज्य में आदिवासी बेटियां असुरक्षित हैं। यह पहली घटना नहीं है, बल्कि पूरे राज्य में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।’’
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि ‘‘घटना को दबाने की कोशिश की जा रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, तो झारखंड के अन्य जिलों में क्या स्थिति होगी, इसकी कल्पना करना मुश्किल नहीं है।’’
भाजपा नेता ने दावा किया कि बलात्कार एक आम घटना बन गई है, चाहे वह सिमडेगा हो, गुमला हो, गोड्डा हो, खूंटी हो या राज्य की राजधानी रांची हो।
दास ने मांग की कि अपराधियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करने के लिए ऐसी घटनाओं की सुनवाई त्वरित सुनवाई अदालतों में होनी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि पीड़ित को तत्काल पर्याप्त मुआवजा दिया जाए।
भाजपा की झारखंड इकाई के पूर्व अध्यक्ष दास ने कहा, ‘‘महिलाएं हमारे समाज की ताकत हैं। अगर वे सुरक्षित नहीं हैं तो यह पूरी व्यवस्था की विफलता है।’’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर बोलना चाहिये।
दास के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुये झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता तनुज खत्री ने कहा कि यह घटना दिल को झकझोर देने वाली है और इसकी कड़ी निंदा होनी चाहिये।
खत्री ने एक बयान में कहा, ‘‘गोड्डा में एक लड़की के साथ हुई दुखद घटना दिल दहला देने वाली है और इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए। हमारे सामूहिक दुख और आक्रोश को व्यक्त करने के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। पुलिस मामले की सक्रियता से जांच कर रही है और सभी आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। कानून दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित करेगा।’’
खत्री ने कहा, ‘‘हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता रघुवर दास इस तरह के संवेदनशील मामले का राजनीतिकरण करके एक नए निम्न स्तर पर पहुंच गए हैं। ऐसे समय में जब समाज को एकता की जरूरत है, उनके अवसरवादी बयानों से अपराधियों का हौसला बढ़ता है और कानून लागू करने वाली एजेंसियों का मनोबल गिरता है।’’
बलात्कार की कई पिछली घटनाओं का जिक्र करते हुये झामुमो नेता ने कहा कि दास को उंगली उठाने से पहले अपने कार्यकाल पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि झारखंड के लोग उनके शासन में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराधों को नहीं भूले हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार हर नागरिक, खासकर आदिवासी समुदायों और झारखंड की महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और न्याय के लिए प्रतिबद्ध है। हम किसी भी अपराधी को न्याय से बचने नहीं देंगे और हम निश्चित रूप से सच्चाई के रास्ते में राजनीति को आने नहीं देंगे।’’
झामुमो प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम सभी को याद रखना चाहिए कि न्याय एक राजनीतिक नारा नहीं है – यह एक जिम्मेदारी है। हम भाजपा से लोगों की भावनाओं के साथ खेलना बंद करने और राजनीतिक लाभ के लिए त्रासदी का फायदा उठाने से बचने का आग्रह करते हैं।’’
भाषा रंजन शफीक
शफीक