नयी दिल्ली, नौ जून (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक व्यक्ति को नाबालिग का यौन शोषण करने और इस कृत्य का वीडियो ऑनलाइन अपलोड करने के आरोप में सोमवार को मिजोरम के आइजोल से गिरफ्तार किया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एजेंसी ने साइबर इंटेलिजेंस, फॉरेंसिक टूल और अंतरराष्ट्रीय सहयोग तंत्र का इस्तेमाल करके लालरामपना की गतिविधियों पर नजर रखी थी।
सीबीआई ने 30 मई को मामला दर्ज करने के बाद आरोपी के ठिकाने का पता लगाया और चार जून को उसके परिसरों पर छापा मारा। इस दौरान आपत्तिजनक डिजिटल उपकरण भी जब्त किये गये।
सीबीआई ने आरोप लगाया कि आरोपी कानून का उल्लंघन करते हुए बाल यौन शोषण सामग्री (सीएसएएम) बना रहा था, उसे इकट्ठा कर रहा था, संग्रहीत करके अपलोड कर रहा था।
सीबीआई प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इसके बाद फॉरेंसिक विश्लेषण में तस्वीरों और वीडियो के रूप में बड़ी मात्रा में सीएसएएम का पता चला।’’
प्रवक्ता के अनुसार, ‘‘इन सामग्रियों की पुष्टि इंटरपोल के अंतरराष्ट्रीय बाल यौन शोषण (आईसीएसई) डेटाबेस के साथ-साथ गूगल द्वारा तैयार साइबर टिपलाइन रिपोर्ट (सीटीआर) के आंकड़े से की गई और इसे गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) के साथ साझा किया गया।’’
अधिकारी ने कहा कि सीबीआई ने उसके परिसर से जब्त डिजिटल उपकरणों से प्राप्त डिजिटल सामग्री का फोरेंसिक विश्लेषण किया, जिससे पता चला कि आइजोल में आरोपी द्वारा एक बच्चे का यौन उत्पीड़न किया गया था।
अब तक की जांच से पता चला है कि आरोपी ने सीएसएएम बनाने के लिए बच्चे को धमकाया और उसका शोषण किया।
बयान में कहा गया, ‘‘इस मामले का सीबीआई ने स्वतः संज्ञान लिया, क्योंकि न तो पीड़ित और न ही परिवार ने सीबीआई के हस्तक्षेप से पहले किसी कानून प्रवर्तन एजेंसी को घटनाओं की सूचना दी थी।’’
भाषा सुरेश प्रशांत
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